इंदौर। मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर की जनता ने आखिरकार एक साथ लाखों पेड़ लगाने के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है. अब तक यह रिकॉर्ड असम के नाम था, जिसने एक साथ 926000 पेड़ लगाए थे. इंदौर में नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय की इस मुहिम के चलते लाखों की तादात में शहर की रेवती रेंज पहाड़ी पर हजारों लोग पेड़ लगाने के लिए उतरे थे. रविवार की शाम होते-होते इंदौर ने असम का यह रिकॉर्ड तोड़ते हुए करीब 12 घंटे में 11 लाख पेड़ लगाए हैं. गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की टीम ने मौके पर ही तमाम पेड़ों का रिकॉर्ड दर्ज करने के साथ ही इंदौर द्वारा एक दिन में 11 लाख से ज्यादा पेड़ लगाने के विश्व रिकॉर्ड की औपचारिक घोषणा की है. इस खुशी में कैबिनेट मंत्री विजयवर्गीय डांस करते नजर आए.
11 लाख पौधे लगाने का था लक्ष्य
दरअसल एक पेड़ मां के नाम के महा अभियान के चलते इंदौर में शहर के रेवती रेंज पहाड़ी पर 11 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था. बीते 46 दिनों में अथक मेहनत के बाद विजयवर्गीय की टीम ने विशेषज्ञों की मदद से रेवती रेंज को 9 जोन में विभाजित किया. फिर इन्हें सब जोन में बांटकर गड्ढों की टेकिंग करने के बाद शहर के अलग-अलग समाज के लोगों के साथ अलग-अलग वर्ग को पेड़ लगाने की जिम्मेदारी दी थी.
असम का इंदौर में टूटा रिकॉर्ड
पौधे लगाने के साथ पौधों की गणना के लिए गिनीज बुक को वर्ल्ड रिकॉर्ड की टीम जापान की प्रतिनिधि एनी और कंसल्टेंट निश्चल के साथ मौके पर मौजूद थी. दिन भर चले इस महा अभियान में शाम होते-होते इंदौर ने असम के 926000 पेड़ लगाने के रिकॉर्ड को तोड़ दिया. शाम करीब 6:00 बजे तक 11 लाख पेड़ इंदौर की रेवती रेंज पहाड़ी पर लगा चुके थे. जैसे ही वर्ल्ड रिकॉर्ड की टीम ने 926000 पौधारोपण के रिकॉर्ड को तोड़ने की घोषणा की तो रेवती रेंज पहाड़ी पर जश्न शुरू हो गया.