इंदौर।वाकई इस परिवार की दाद देना पड़ेगी. पिछले 65 साल में हर चुनाव लड़ा और हर बार हारे लेकिन उम्मीद की किरण अभी भी बाकी है. ना तो जीत का भरोसा कम हुआ और ना ही हौसला. हर बार वही जज्बा और जीत की उम्मीद. परिवार को आस यही है कि एक ना एक दिन हम जरूर जीतेंगे और जनता पर भी उन्हें पूरा भरोसा है.
65 साल से चुनाव लड़ रहा परिवार
इंदौर की लोकसभा सीट भले भाजपा का गढ़ मानी जाती हो लेकिन यहां एक ऐसा भी परिवार है जो यहां से निर्दलीय चुनाव जीतने के लिए बीते 65 साल से हर चुनाव लड़ता है. इतना ही नहीं इस परिवार में यह दूसरी पीढ़ी का चुनाव है जिसे अब परमानंद तोलानी हर स्थिति में जीतने का दावा कर रहे हैं.
परमानंद तोलानी 19वां चुनाव लड़ने के लिए तैयार
इंदौर की लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ने के लिए भले ही कांग्रेस जैसी पार्टी को खासी मशक्कत करनी पड़ रही हो लेकिन यहां कई ऐसे भी निर्दलीय प्रत्याशी हैं जो हर बार की तरह इस बार भी चुनावी मैदान में पूरे दमखम से उतरना चाहते हैं. इन प्रत्याशियों में मुख्य नाम है शहर के सिंधी कॉलोनी क्षेत्र के रहने वाले परमानंद तोलानी का. ये अपने जीवन का 19वां चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं. परमानंद तोलानी अब तक 8 लोकसभा और 8 विधानसभा चुनाव वहीं दो बार महापौर का चुनाव लड़ चुके हैं. एक बार जब इंदौर महापौर की सीट महिला हुई तो उनके स्थान पर उनकी पत्नी लक्ष्मी तोलानी ने चुनाव लड़ा था.
हर बार जब्त होती है जमानत
परमानंद तोलानी की सभी चुनाव में जमानत जब्त हुई है किंतु तोलानी के हौसले फिर एक बार आसमान छू रहे हैं. पेशे से प्रॉपर्टी ब्रोकर परमानंद तोलानी बताते हैं कि उनके पहले उनके पिता मीठा राम तोलानी चुनाव लड़ते थे लेकिन जब 1998 में उनका देहांत हो गया तो विरासत में चुनाव लड़ने की जिम्मेदारी परमानंद को मिली इसके बाद से ही परमानंद तोलानी लगातार 18 चुनाव लड़ चुके हैं.