मध्य प्रदेश

madhya pradesh

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : May 30, 2024, 9:11 PM IST

ETV Bharat / state

इंदौर में डॉक्टर के बेटे को पाकिस्तान से आया ऐसा फोन, सुनकर परिवार के उड़ गये होश - Indore Pakistan Call ask for money

इंदौर मल्हारगंज थाना क्षेत्र में रहने वाले एक डॉक्टर के बेटे को पाकिस्तान से फोन कर धमकी दी गई है. पुलिस को शिकायत में फरियादी ने बताया कि उससे लाखों रुपए मांगे गए हैं और पैसे नहीं देने पर परिवार को जान से मारने की धमकी दी गई है. पुलिस मामला दर्ज कर जांच में जुट गई है.

THREATENED BY CALLING FROM PAKISTAN
डॉक्टर के बेटे को पाकिस्तान से आया धमकी भरा फोन (ETV Bharat)

इंदौर। मल्हारगंज थाना क्षेत्र में रहने वाले इंदौर के प्रतिष्ठित डॉक्टर के बेटे को पाकिस्तान से धमकी भरा फोन आया है जिसमें उससे लाखों रुपए की मांग की गई है. पैसे नहीं देने पर उसे और उसके परिवार को क्षति पहुंचाने और जान से मारने की भी बात कही गई है. वहीं, इस मामले में शिकायत मिलने के बाद साइबर टीम ने जांच शुरू कर दी है. फोन नंबर और ईएमआई नंबर को साइबर पोर्टल पर भी अपलोड कर दिया गया है जिससे दोबारा इस नंबर से फोन आने पर पता चल सके.

पाकिस्तान से फोन कर मांगा लाखों रुपए (ETV Bharat)

1930 पर किया गया नंबर रजिस्टर

डॉक्टर के बेटे ने अपने पिता को घटना की जानकारी दी जिसके बाद उसके पिता ने शिकायत दर्ज करवाई है. फरियादी ने बताया कि फोन पाकिस्तान से आया था. वहीं पुलिस की प्रारंभिक जांच से पता चला कि फोन पाकिस्तान से ही आया था, लेकिन उसके सही ओरिजिनेशन की जांच की जा रही है. बताया गया कि फोन नंबर के आगे +92 लिखा हुआ था जिससे पता चलता है कि यह पाकिस्तान का नंबर है. वहीं इस नंबर को 1930 पर रजिस्टर कर दिया गया है जिसकी मॉनिटरिंग सेंट्रल लेवल से की जाती है और फरियादी खुद भी उसे ट्रैक कर सकता है.

ये भी पढ़ें:

बंद हो सकते हैं करीब 7 लाख मोबाइल नंबर, सरकार ने KYC करने का दिया निर्देश, साइबर धोखाधड़ी का संदेह

गुम हुए मोबाइल पाकर खिले लोगों के चेहरे, दतिया पुलिस ने लौटाए 12 लाख रु के 45 फोन

6 घंटे के गोल्डेन पीरियड में करें शिकायत

डीसीपी विनोद मीना ने बताया कि "सभी थानों में साइबर हेल्प डेस्क की शुरुआत कर दी गई है. साइबर अपराध होने के बाद 6 घंटे तक को गोल्डेन पीरियड माना जाता है. यदि इस समयावधि में शिकायत दर्ज की जाए तो फरियादी के अकाउंट को सीज कर ट्रांजेक्शन को बंद किया जा सकता है और पैसा भी वापस किया जा सकता है." उन्होंने बताया कि पहले लोगों को डीसीपी के पास जाना पड़ता था फिर थाने में जाते थे तो समय की बर्बादी होती थी. इसलिए सभी थानों में साइबर हेल्प डेस्क की शुरुआत कर दी गई है.

ABOUT THE AUTHOR

...view details