इंदौर: पूरे देश में इस समय साइबर फ्राड और डिजिटल अरेस्ट के कई मामले सामने आ रहे हैं. मध्य प्रदेश में भी एक के बाद एक डिजिटल या कहें हाउस अरेस्ट के केस सुनने मिल रहे हैं. इसी क्रम में इंदौर क्राइम ब्रांच ने 30 घंटे से डिजिटल अरेस्ट हुए एक शख्स को छुड़ाया. कार्रवाई करते हुए क्राइम ब्रांच आरोपी ने 30000 रुपए का इनाम घोषित किया है. पुलिस ने आरोपी का फोटो भी सोशल मीडिया पर शेयर कर सतर्क रहने की अपील की है.
पीड़ित के दोस्त ने एडिशनल डीसीपी को किया फोन
इंदौर क्राइम ब्रांच को अक्षय तिवारी नाम के शख्स ने कॉल करके शिकायत की थी, उसके दोस्त मोहित मोर्य जो एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर है. वह टीसीएस में काम करता है. मोहित को पिछले 30 घंटे से डिजिटल अरेस्ट करके रखा गया है. मोहित मोर्य एरोड्रम थाना क्षेत्र स्थित निवासी है. अक्षय तिवारी द्वारा जानकारी मिलने के बाद एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया तुरंत टीम के साथ मौके पर पहुंचे.
सॉफ्टवेयर इंजीनियर 30 घंटे डिजिटल अरेस्ट (ETV Bharat) सॉफ्टवेयर इंजीनियर मोहित के पास आया कॉल
मोहित के घर पहुंचकर दरवाजा खुलवाया गया. जहां देखा कि मोहित वीडियो-आडियो कॉल पर लगातार बात कर रहा था. एडिशनल डीसीपी ने साइबर फ्राड वाले से बात की, तो उसने तुरंत फोन काट दिया. एडिशनल डीसीपी राजेश दंडोतिया ने बताया कि " सोमवार की शाम को मोहित के पास एक ऑटोमेटिड कॉल आया. सामने वाले ने कॉल पर खुद को दिल्ली के डीएचएल एक्सप्रेस के कोरियर सर्विस का बताया. उसने मोहित से कहा कि उनका सामान एयरपोर्ट पर रोका गया. इसके बाद फोन पर मौजूद व्यक्ति ने कहा कि आगे की जानकारी के लिए 1 दबाएं. जिसके बाद मोहित ने 1 प्रेश किया.
मोहित को रखा 30 घंटे डिजिटल अरेस्ट
सामने से भी यह सूचना सामने आई कि डीएचएल कोरियर सर्विस से बात कर रहे हैं. आपके सामान में अवैध ड्रग्स ग्राम बरामद की गई है. इसके साथ ही करीब 4 करोड़ के कपड़े मिले हैं. साथ ही कुछ पेन कार्ड और आधार कार्ड भी मिले हैं. आपका आधार कार्ड गैरकानूनी कामों के लिए इस्तेमाल किया गया है. इसके बाद मोहित के कॉल को दिल्ली सायबर सेल से कनेक्ट दिया गया. इसके बाद वह 30 घंटे तक डिजिटल अरेस्ट रहा. इस दौरान मोहित से उसके अकाउंट को लेकर जानकारी मांगी गई.
इंदौर सॉफ्टवेयर इंजीनियर डिजिटल अरेस्ट (ETV Bharat) दोस्तों से पैसे लेने को कहा
मोहित ने अपने पास 3 अकाउंट होने की जानकारी साइबर फ्रॉड वालों को दी. जब अकाउंट में ज्यादा पैसे न होने की बात आरोपियों को पता चली तो उन्होंने मनी लॉन्ड्रिंग की धमकी दी. उन्होंने कहा कि आपके ऊपर मनी लॉन्ड्रिंग का ट्रायल चलेगा. आपके पास पैसे नहीं हैं. तो आप अपने दोस्तों से पैसे इकट्ठा करिए और आरबीआई ने अपने पोर्टल पर एक सॉफ्टेवेयर डेवलप किया है, जिस पर यह पता चल जाता है कि आपके पास लीगल या इनलीगल मनी है. लिहाजा आपको पैसा जमा करना पड़ेगा. जो एक घंटे में आपको रिटर्न मिल जाएंगे.
मोहित ने लिया 1 लाख 35 हजार का लोन
ऐसा सुनने के बाद मोहित ने तुरंत 1 लाख रुपए का लोन लिया. इसके बाद आरोपियों ने बेल की धमकी देकर पैसे लेने कहा तो मोहित ने दोबारा 35 हजार का लोन लिया. इसके बाद आरोपियों ने बेल में और पैसे लगने की बात कहकर, देने के लिए कहा. इससे पहले मोहित और पैसे साइबर फ्रॉड वालों को देता, तब तक पुलिस पहुंच गई थी.
मौके पर पहुंची पुलिस ने और लोन लेने से बचाया
इंदौर पुलिस ने मामला साइबर फ्रॉड के तहत दर्ज कर लिया है. पुलिस ने आरोपी पर ₹30000 का इनाम घोषित किया है. इसके अलावा उसके फोटो को भी सोशल मीडिया पर शेयर किया है. जानकारी देने वालों को इनाम देने की भी घोषणा की है. पीड़ित मोहित मोर्य ने अवेयर रहने और न्यूज से जुड़े रहने की बात कही है. साथ ही अपने ऑफिस में भी लोगों को अवेयर करने की बात कही है.