इंदौर: जिले के देवी अहिल्या विश्वविद्यालय में गुरुवार को दीक्षांत समारोह आयोजित किया गया. इस समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शिरकत की और बच्चों को डिग्री बांटी. राष्ट्रपति ने बच्चों को स्वर्ण और रजत पदक दिए. इस दौरान उन्होंने राष्ट्रपति ने देवा अहिल्या के संघर्षों और उनकी चुनौतियों का जिक्र करते हुए बच्चों को प्रेरणा लेने की बात कही. बच्चों को सारी बाधाओं को दूर करते हुए सफलता हासिल करने की बात कही.
दीक्षांत समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि इंदौर माता अहिल्या की पुण्य धारा है. माता अहिल्या ने अपने जीवन में संघर्षों के साथ शिक्षा और सुशासन के कई उदाहरण स्थापित किए हैं. उन्होंने विपरीत परिस्थिति के बाद भी शिक्षा हासिल की है. वहीं माता अहिल्या के आदर्शों के अनुरूप ही आज पदक पाने वालों में बेटों से ज्यादा बेटियों की संख्या है. बेटियों ने अधिक संख्या में स्वर्ण पदक हासिल किए हैं. यह बताता है कि बेटियां शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं. उन्होंने कहा कि छात्र अपनी शिक्षा के आधार पर सभी बाधाओं को दूर कर जीवन में सफलता को हासिल करें.
इंदौर की स्वच्छता की तारीख
राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू ने इंदौर की स्वच्छता की तारीफ करते हुए सभी प्रशासनिक अधिकारी और शहर की जनता को बधाई दी. उन्होंने कहा कि स्वच्छता सर्वेक्षण में इंदौर को सात बार नंबर वन बनाया है. इसके लिए सभी बधाई के पात्र हैं. वही कहा कि सभी शैक्षणिक संस्थाओं को चाहिए कि वह बेटियों को उच्च शिक्षा हासिल करने के लिए प्रोत्साहित करें.
पीएचडी छात्रों को दी उपाधि
दीक्षांत समारोह में 46 छात्रों को स्वर्ण और रजत पदक प्रदान किए गए. इनमें कहीं छात्र ऐसे हैं, जिन्हें तीन स्वर्ण पदक हासिल हुए. वहीं कहीं छात्र जिन्हें दो स्वर्ण पदक और एक रजत पदक या दो पदक प्राप्त हुए. मुख्य कार्यक्रम के पश्चात विश्वविद्यालय द्वारा 137 पीएचडी छात्रों को उपाधि प्रदान की गई.