कांवड़ यात्रा के दौरान BJP विधायक ने सरेआम किया यह काम, कांग्रेस ने की FIR की मांग - BJP MLA brandishing sword accused - BJP MLA BRANDISHING SWORD ACCUSED
शुक्रवार को इंदौर पहुंची बाणेश्वरी कांवड़ यात्रा में भाजपा विधायक गोलू शुक्ला भी मौजूद रहे. इस दौरान एक मंच से गोलू शर्मा ने समर्थकों के द्वारा भेंट की गई तलवार को म्यान से निकालकर लहरा दी. इस मामले को लेकर कांग्रेस ने अब विधायक के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की है.
कांवड़ यात्रा के दौरान विधायक गोलू शर्मा पर बड़ा आरोप (ETV Bharat)
इंदौर: मध्य प्रदेश के इंदौर के विभिन्न इलाकों में खुद के पोस्टर और कांवड़ यात्रा का प्रचार करने वाले भाजपा विधायक गोलू शुक्ला पर कांग्रेस ने बड़ा आरोप लगाया है. विधायक अपनी ही कांवड़ यात्रा में तलवार घूमाते नजर आए. कांग्रेस ने विधायक के इस कारनामे को दहशत फैलाने का तरीका बताया है और विधायक के खिलाफ आर्म्स एक्ट में मुकदमा दर्ज करने की मांग की है.
भाजपा विधायक गोलू शुक्ला ने लहराई तलवार (ETV Bharat)
भाजपा विधायक गोलू शुक्ला ने लहराई तलवार
दरअसल इंदौर में भाजपा विधायक गोलू शुक्ला की बाणेश्वरी कांवड़ यात्रा महेश्वर से शुक्रवार को इंदौर पहुंची. जहां इंदौर में कांवड़ यात्रा का लोगों ने भव्य स्वागत किया. विधायक गोलू शुक्ला की कांवड़ यात्रा के स्वागत के लिए शहर में जगह-जगह मंच लगाए गए थे. वहीं ऐसा ही एक मंच इंदौर के राजवाड़ा पर लगाया गया था. जहां भाजपा विधायक गोलू शुक्ला के समर्थकों ने मंच पर उन्हें तलवार भेंट की. इसके बाद विधायक ने म्यान से निकालकर तलवार ऊपर की ओर लहरा दी.
इस मामले पर कांग्रेस के प्रदेश महासचिव राकेश सिंह यादवने आपत्ति लेते हुए कहा कि ''भाजपा विधायक गोलू शुक्ला जनप्रतिनिधि हैं और उन्हें ऐसे कार्यों से बचना चाहिए. विधायक जनप्रतिनिधि होता है और उसे हर बात का ध्यान रखना चाहिए कि उससे जनता सीखती है, जिस तरीके से उनको तलवार भेंट की गई थी और उसे उन्होंने लहराई थी, इससे कहीं ना कहीं दहशत पैदा करने वाला एक संदेश जाता है.''
आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज करने की मांग
उन्होंने कहा कि ''जब विधायक ही ऐसा कृत्य करेंगे तो उनके समर्थक निश्चित तौर पर नंगी तलवार लेकर इंदौर में दहशत फैलाएंगे. भाजपा विधायक के इस कृत्य पर आर्म्स एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज होना चाहिए. पुलिस भी कांवड़ यात्रा में मौजूद थी. कोई भी 9 इंच से बड़ी तलवार लेकर चलता है तो उसे अनुमति लेना पड़ती है. यह भी जांच का विषय है कि क्या पुलिस प्रशासन या जिला प्रशासन ने भाजपा विधायक को कांवड़ यात्रा में तलवार लहराने की अनुमति दी थी और यदि नहीं दी थी तो इस मामले में सख्त कार्रवाई होना चाहिए.''