नई दिल्ली:चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (सीटीआई) के चेयरमैन बृजेश गोयल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर पेट्रोल और डीजल की दरों में कमी लाने की गुहार लगाई है. बृजेश गोयल ने कहा, "अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का भाव गिरने के बावजूद जनता को लाभ नहीं मिल रहा है. आज कच्चे तेल की कीमतों में जबरदस्त गिरावट आई है और कच्चा तेल 4 साल में सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है. लेकिन पेट्रोल-डीजल के दाम में कमी नहीं आई है."
अमेरिका में कच्चे तेल की कीमत 65 डाॅलर प्रति बैरल:CTI चेयरमैन बृजेश गोयल और अध्यक्ष सुभाष खंडेलवाल ने बताया कि आज अमेरिका के बाजार में कच्चे तेल की कीमत 65 डाॅलर प्रति बैरल हो गई है. जबकि, ब्रैंट क्रूड ऑयल की कीमत 69 डाॅलर प्रति बैरल हो गई है. यह 2021 के बाद सबसे बड़ी गिरावट है. जून 2022 में कच्चे तेल की कीमत 116 डाॅलर प्रति बैरल थी. दिसंबर 2023 में कच्चा तेल 77.14 डॉलर प्रति बैरल था. कच्चे तेल में लगातार कमी आ रही है, फिर भी जनता को फायदा नहीं मिल रहा.
बृजेश गोयल ने बताया, "पेट्रोल-डीजल के भाव में 22 मई 2022 को बदलाव हुआ था. उस समय केंद्र सरकार ने उत्पाद शुल्क में कमी की थी." सीटीआई महासचिव विष्णु भार्गव और गुरमीत अरोड़ा ने बताया कि पेट्रोलियम कंपनियों ने 6 अप्रैल 2022 के बाद से कटौती नहीं की है. 116 डॉलर प्रति बैरल से कच्चा तेल 65 डॉलर तक पहुंच गया है. सीटीआई वरिष्ठ उपाध्यक्ष दीपक गर्ग और उपाध्यक्ष राहुल अदलखा ने बताया कि सरकार कहती है कि तेल कंपनियों को अधिकार है. मगर, केंद्र सरकार पेट्रोलियम कंपनियों पर दवाब तो बना सकती है.