देहरादून: उत्तराखंड में अपराधी पैसों के लिए किसी की जान लेने से भी नहीं हिचक रहे. आलम ये है कि बदमाश घर में घुसकर मर्डर कर रहे हैं तो कहीं से भी अपहरण करके भी लोगों की जान ले ले रहे हैं. देहरादून में ओएनजीसी के रिटायर्ड इंजीनियर की हत्या हो या फिर खानपुर में डोईवाला के प्रॉपर्टी डीलर का मर्डर दोनों घटनाओं ने साबित कर दिया है कि पैसों के लिए किसी की भी जान लेना अपराधियों के लिए बाएं हाथ के खेल जैसा हो गया है.
9 दिसंबर को हुआ था ओएनजीसी के रिटायर्ड इंजीनियर का कत्ल: 9 दिसंबर की रात हाई सिक्योरिटी वाले देहरादून शहर के पॉश इलाके बसंत विहार के अलकनंदा एन्क्लेव में ओएनजीसी के रिटायर्ड इंजीनियर की सनसनीखेज तरीके से हत्या कर दी गई थी. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता चला कि अशोक कुमार नाम के बुजुर्ग के शरीर पर चाकुओं से ताबड़तोड़ 30 वार किए गए थे. उनके सिर को भी किसी भारी चीज से कुचला गया था. इस मर्डर से देहरादून समेत पूरे प्रदेश में सनसनी फैल गई थी.
ब्लाइंड मर्डर का खुलासा था चुनौती: पुलिस ने इस ब्लाइंड मर्डर के खुलासे के लिए पूरी जान लगा दी थी. अज्ञात आरोपियों पर 25-25 हजार रुपए का इनाम भी घोषित कर दिया गया था. आखिरकर नृशंस हत्याकांड के चौथे दिन पुलिस ने दो आरोपियों को अरेस्ट कर लिया. इन लोगों ने जो खुलासे किए उससे लोगों का इंसानियत पर से विश्वास ही उठ गया.
बुजुर्ग ने चाय भी पिलाई: पुलिस ने जब मेरठ निवासी नवीन चौधरी और बागपत निवासी अनंत जैन से सख्ती से पूछताछ की तो उन्होंने ओएनजीसी के रिटायर्ड इंजीनियर अशोक कुमार की हत्या करना कुबूल किया. आरोपियों में से एक नवीन कुमार किराए का कमरा ढूंढ रहा था. उसके जानने वाले नवीन कुमार ने अलकनंदा एन्क्लेव में अशोक कुमार के घर में कमरा खाली होने की बात कही. 9 दिसंबर को दोनों अशोक कुमार गर्ग के घर कमरा देखने गए. अशोक कुमार ने जब कहा कि वो सिर्फ फेमिली वालों को ही कमरा किराए पर देते हैं तो नवीन ने शाम को परिजनों से परिचय करवाकर एडवांस किराया देने की बात कही.
पैसों के लिए कर दिया मर्डर: शाम को दोनों लोग फिर से अशोक कुमार गर्ग के घर पहुंचे. बुजुर्ग ने दोनों को चाय बनाकर पिलाई. चाय पीने के दौरान दोनों की नजर अशोक कुमार की बैंक पासबुक पर पड़ी. बस यहीं पर दोनों के दिमाग में खतरनाक साजिश बनने लगी. जैसे ही अशोक कुमार दोनों को कमरा दिखाने घर से पिछले हिस्से में ले गए, उन्होंने हमला करने की धमकी देकर पैसे मांगे. अशोक कुमार के पास जब ज्यादा पैसे नहीं निकले तो दोनों ने एटीएम का पिन बताने को कहा. अशोक कुमार ने जब पिन नहीं बताया तो दोनों ने बेरहमी से उनकी हत्या कर दी.