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उत्तराखंड में पैसों के लिए हो रहे मर्डर! घर से लेकर ऑफिस तक दहशत में लोग - CRIME IN UTTARAKHAND

देहरादून में ओएनजीसी के रिटायर्ड इंजीनियर को पैसों के लिए बेरहमी से किया था कत्ल, डोईवाला के प्रॉपर्टी डीलर की भी ली थी जान

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पुलिस की गिरफ्तार में देहरादून और खानपुर के हत्या के आरोपी (PHOTO- ETV BHARAT)

By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Dec 16, 2024, 11:18 AM IST

देहरादून: उत्तराखंड में अपराधी पैसों के लिए किसी की जान लेने से भी नहीं हिचक रहे. आलम ये है कि बदमाश घर में घुसकर मर्डर कर रहे हैं तो कहीं से भी अपहरण करके भी लोगों की जान ले ले रहे हैं. देहरादून में ओएनजीसी के रिटायर्ड इंजीनियर की हत्या हो या फिर खानपुर में डोईवाला के प्रॉपर्टी डीलर का मर्डर दोनों घटनाओं ने साबित कर दिया है कि पैसों के लिए किसी की भी जान लेना अपराधियों के लिए बाएं हाथ के खेल जैसा हो गया है.

9 दिसंबर को हुआ था ओएनजीसी के रिटायर्ड इंजीनियर का कत्ल: 9 दिसंबर की रात हाई सिक्योरिटी वाले देहरादून शहर के पॉश इलाके बसंत विहार के अलकनंदा एन्क्लेव में ओएनजीसी के रिटायर्ड इंजीनियर की सनसनीखेज तरीके से हत्या कर दी गई थी. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता चला कि अशोक कुमार नाम के बुजुर्ग के शरीर पर चाकुओं से ताबड़तोड़ 30 वार किए गए थे. उनके सिर को भी किसी भारी चीज से कुचला गया था. इस मर्डर से देहरादून समेत पूरे प्रदेश में सनसनी फैल गई थी.

ब्लाइंड मर्डर का खुलासा था चुनौती: पुलिस ने इस ब्लाइंड मर्डर के खुलासे के लिए पूरी जान लगा दी थी. अज्ञात आरोपियों पर 25-25 हजार रुपए का इनाम भी घोषित कर दिया गया था. आखिरकर नृशंस हत्याकांड के चौथे दिन पुलिस ने दो आरोपियों को अरेस्ट कर लिया. इन लोगों ने जो खुलासे किए उससे लोगों का इंसानियत पर से विश्वास ही उठ गया.

बुजुर्ग ने चाय भी पिलाई: पुलिस ने जब मेरठ निवासी नवीन चौधरी और बागपत निवासी अनंत जैन से सख्ती से पूछताछ की तो उन्होंने ओएनजीसी के रिटायर्ड इंजीनियर अशोक कुमार की हत्या करना कुबूल किया. आरोपियों में से एक नवीन कुमार किराए का कमरा ढूंढ रहा था. उसके जानने वाले नवीन कुमार ने अलकनंदा एन्क्लेव में अशोक कुमार के घर में कमरा खाली होने की बात कही. 9 दिसंबर को दोनों अशोक कुमार गर्ग के घर कमरा देखने गए. अशोक कुमार ने जब कहा कि वो सिर्फ फेमिली वालों को ही कमरा किराए पर देते हैं तो नवीन ने शाम को परिजनों से परिचय करवाकर एडवांस किराया देने की बात कही.

ओएनजीसी के रिटायर्ड इंजीनियर के हत्या आरोपी पुलिस की गिरफ्त में (PHOTO- ETV BHARAT)

पैसों के लिए कर दिया मर्डर: शाम को दोनों लोग फिर से अशोक कुमार गर्ग के घर पहुंचे. बुजुर्ग ने दोनों को चाय बनाकर पिलाई. चाय पीने के दौरान दोनों की नजर अशोक कुमार की बैंक पासबुक पर पड़ी. बस यहीं पर दोनों के दिमाग में खतरनाक साजिश बनने लगी. जैसे ही अशोक कुमार दोनों को कमरा दिखाने घर से पिछले हिस्से में ले गए, उन्होंने हमला करने की धमकी देकर पैसे मांगे. अशोक कुमार के पास जब ज्यादा पैसे नहीं निकले तो दोनों ने एटीएम का पिन बताने को कहा. अशोक कुमार ने जब पिन नहीं बताया तो दोनों ने बेरहमी से उनकी हत्या कर दी.

डोईवाला के प्रॉपर्टी डीलर की भी पैसों के लिए हत्या: ठीक यही कहानी खानपुर में हुई डोईवाला के प्रॉपर्टी डीलर रामशंकर की हत्या की भी है. रामशंकर 8 दिसंबर को अपने घर डोईवाला से हरिद्वार जिले के खानपुर में अपने प्रॉपर्टी डीलिंग के ऑफिस गए थे. देर शाम को जब उनके परिवार वालों ने संपर्क करने की कोशिश की तो मोबाइल स्विच ऑफ आया था. घबराए परिजनों ने काफी तलाशा. जब सफलता नहीं मिली तो खानपुर थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखाई थी.

क्रूरता से की थी प्रॉपर्टी डीलर की हत्या: पुलिस ने कई सीसीटीवी फुटेज खंगाले थे. आखिरकार 6वें दिन दो संदिग्ध हत्थे चढ़े तो तब जाकर प्रॉपर्टी डीलर रामशंकर का शव मिला और हत्या का राज खुला. हत्यारों ने मर्डर करने की जो कहानी बताई, वो बहुत की क्रूर थी.

दोनों संदिग्धों से पूछताछ के बाद हरिद्वार एसएसपी ने पूरे मामला का खुलासा किया था. उन्होंने बताया कि हत्या आरोपियों को पता था कि रामशंकर के पास अच्छा-खासा पैसा है. ऐसे में उन्होंने रामशंकर को किडनैप करके पैसे लूटने की योजना बनाई. रामशंकर जब प्रॉपर्टी डीलिंग के लिए जमीन देखने गए थे. रामशंकर की ताक में बैठे रॉबिन, अक्षय और अंकित उसे जमीन दिखाने के बहाने सुनसान इलाके की ओर ले गए. वहां इन लोगों ने रामशंकर के हाथ-पांव जंजीरों से बांध दिए. प्रॉपर्टी डीलर की तलाशी लेने पर उसकी जेब से इन्हें सिर्फ 400 रुपए मिले. तीनों ने इसके बाद रामशंकर का मोबाइल लेकर पासवर्ड और फोन-पे का पासवर्ड पूछा.

खानपुर में हुए प्रॉपर्टी डीलर की हत्या के आरोपी पुलिस की गिरफ्तार में (PHOTO- ETV BHARAT)

जेल जाने के डर से की थी हत्या: इस दौरान तीनों नौसिखिए आरोपी इस बात से डर गए कि कहीं रामशंकर पुलिस में शिकायत करके उन्हें जेल न भिजवा दे. इसी डर में उन्होंने रामशंकर के मुंह पर टेप चिपका दिया. दम घुटने से रामशंकर की मौत हो गई. इसके बाद इन लोगों ने रामशंकर के शव को खेत में दबा दिया.

हर जगह लोग असुरक्षित: इन दो घटनाओं से प्रदेश के लोग डरे हुए हैं. एक बुजुर्ग की उसके घर में ही हत्या कर दी गई. एक प्रॉपर्टी डीलर को उसके कामकाज वाले स्थान पर मार दिया गया. लोगों को समझ नहीं आ रहा है कि वो कहां पर सुरक्षित हैं.
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