औरंगाबादः बिहार के औरंगाबाद जिले के नबीनगर में कोचिंग के लिए गई नाबालिग छात्रा की मौत का मामला तेजी से तूल पकड़ता जा रहा है. इस घटना में पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए आनंद मोहन फैमिली की एंट्री हो गई है. आनंद मोहन, उनकी सांसद पत्नी लवली आनंद, विधायक बेटा चेतन आनंद, और बेटी डॉक्टर आयुषी ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की. मुलाकात के बाद आनंद मोहन ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलकर घटना की जानकारी देने की बात कही, साथ ही प्रशासन को चेतावनी दी कि यदि उचित कार्रवाई नहीं हुई तो यह मामला विस्फोटक रूप ले सकता है.
आत्महत्या का मामला नहींः पूर्व सांसद आनंद मोहन ने पुलिस प्रशासन से घटना की उच्च स्तरीय जांच की मांग की साथ ही पीड़ित परिवार को उचित मदद का आश्वासन दिया. आनंद मोहन ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट और पुलिस प्रशासन की कार्रवाई संतोष जनक नहीं है. मामले में एसआईटी टीम का गठन करना काफ़ी नहीं है बल्कि दोषियों के खिलाफ़ कार्रवाई हो. उन्होंने आशंका जतायी कि तीन-चार लड़कों के ग्रुप ने मिलकर इस घटना को अंजाम दिया है, क्योंकि मृत छात्र का शव जिस स्थिति में पाया गया है, वह कहीं से भी आत्महत्या नजर नहीं आ रहा है.
"कार्रवाई नहीं होने पर यह मामला विस्फोटक रूप ले सकता है. मृत छात्रा का पोस्टमार्टम एक अज्ञात शव के रूप में लापरवाही से किया गया है. मैंने रोहतास जिलाधिकारी से बात की है, पोस्टमार्टम रिपोर्ट की पुनः जांच की मांग की है."- आनंद मोहन, पूर्व सांसद
निर्भया कांड से तुलनाः वहीं इस मामले में नबीनगर की पूर्व विधायक और वर्तमान में शिवहर की सांसद लवली आनंद ने कहा कि मृत छात्रा का पोस्टमार्टम एक अज्ञात शव के रूप में लापरवाही से किया गया है जबकि इस तरह के मामले में डॉक्टरों की टीम गठित करने के बाद पोस्टमार्टम किया जाता है. उन्होंने कहा कि पुलिस इस मामले को हल्के में ले रही है, जबकि यह दिल्ली की निर्भया कांड की तरह दूसरा मामला है. उन्होंने औरंगाबाद एसपी से बात की और जल्द से जल्द इस मामले में कार्रवाई करते हुए दोषियों को गिरफ्तार करने की बात कही.