नई दिल्ली/गाजियाबाद: गाजियाबाद में कांवड़ मार्ग आस्था के रंग में रंगा हुआ नजर आ रहा है. राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली समेत विभिन्न राज्यों के शिव भक्त गाजियाबाद से होकर गुजरते हैं. गाजियाबाद में तकरीबन 220 किलोमीटर का कांवड़ कॉरिडोर है. कांवड़ मार्ग पर डाक कावड़ भी दिख रही है. वहीं इस साल बड़ी संख्या में स्टील के कलश कांवड़ भी देखने को मिल रहे हैं. खासकर युवाओं में स्टील के कलश का काफी क्रेज देखने को मिल रहा है.
शिव भक्त कांवड़िये 11 लीटर से 81 लीटर तक गंगाजल स्टील कलश में भरकर बोल बम के जयकारा लगाते हुए अपनी मंजिल की ओर आगे बढ़ रहे हैं. सनातन धर्म में कांवड़ यात्रा को तीर्थ समान माना गया है. बांस के डंडों में दोनों ओर स्टील के कलश बांधकर शिव भक्त कांवड़ यात्रा कर रहे हैं. किसी कांवड़ में दो कलश है तो किसी में 6 और 8 स्टील के कलश बंधे हुए हैं. स्थानीय शिवालियों में पहुंचने के बाद भक्त शिवलिंग पर जल अभिषेक करेंगे. वहीं कई कावड़ियों का कहना है कि वह जल अभिषेक करने के साथ-साथ गंगाजल को क्षेत्र में भी वितरित करेंगे.
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दिल्ली के करोल बाग के रहने वाले कावड़ियां गोलू बताते हैं कि वह स्टील की कलश कावड़ लेकर आ रहे हैं. कंधे पर 70 लीटर जल लेकर चल रहे हैं. 23 जुलाई को उन्होंने हरिद्वार से जल उठाया था. हफ्ते भर से पैदल यात्रा कर रहे हैं. हर दिन 20 किलोमीटर यात्रा करते हैं. कहा कि भोलेनाथ की कृपा से उन्हें शरीर में ना किसी प्रकार का दर्द ना ही थकावट महसूस होती है.