शिल्पकार अरुण योगीराज से जानिए रामलला की मूर्ति का कैसे बदला स्वरूप
How Ramlala Idol Appearance Changed अयोध्या में विराजी भगवान रामलला की प्रतिमा को अरुण योगीराज ने बनाया है. वह रविवार को एक कार्यक्रम में शामिल होने रायपुर पहुंचे. अरुण योगीराज का करना है कि रामलला की मूर्ति बनाने के बाद पूरे देश से उन्हें प्यार मिल रहा है.
रायपुर: रामलला की मूर्ति बनाने वाले शिल्पकार अरुण योगीराज रविवार को रायपुर पहुंचे. लोक में राम कार्यक्रम में अरुण योगीराज का सम्मान किया गया. रायपुर से वापस लौटने के बाद एयरपोर्ट पर अरुण योगीराज ने मीडिया से बात की.
छत्तीसगढ़ लोक में राम कार्यक्रम में अरुण योगीराज: शिल्पकार अरुण योगीराज ने बताया कि "अयोध्या में रामलला की मूर्ति की स्थापना के बाद पूरे देश में बहुत प्यार मिल रहा है. छत्तीसगढ़ में बहुत प्यार मिला. यह हम शिल्पकारों को अच्छा काम करने की प्रेरणा देता है. मैं सभी छत्तीसगढ़ के लोगों को प्रणाम करता हूं.''
स्थापना के विधिविधान और पॉजिटिव एनर्जी से बदला मूर्ति का स्वरूप:अरुण योगीराज ने अयोध्या में विराजी रामलला की मूर्ति का स्वरूप परिवर्तित होने के सवाल पर कहा कि ''मूर्ति की स्थापना का विधि विधान है. उस जगह की पॉजिटिव एनर्जी है. पूरा विश्व रामलला की मूर्ति की स्थापना का इंतजार कर रहा था. शायद यही वजह है कि स्वरूप अलग दिख रहा है.''
रामलला की मूर्ति बनाने के दौरान यह कोशिश रही कि पूरे देश से आने वाले लोगों को भगवान राम बालक रूप में दर्शन दें. 7 महीने तक काम चलता रहा. काफी मेहनत से मूर्ति बनाई हैं. -अरुण योगीराज, शिल्पकार
अरुण योगीराज कर्नाटक के प्रसिद्ध मूर्तिकार योगीराज शिल्पी के बेटे हैं. अरुण योगीराज ने साल 2008 में मैसूर विश्वविद्यालय से एमबीए की पढ़ाई की. वह देश के सबसे प्रसिद्ध मूर्तिकारों में से एक हैं.