झारखंड

jharkhand

ETV Bharat / state

बंधु तिर्की झामुमो में हुए शामिल, लोहरदगा से बनेंगे सांसद! जानिए सच्चाई - Bandhu Tirkey joins JMM - BANDHU TIRKEY JOINS JMM

Bandhu Tirkey joins JMM. होली से पहले ही मस्ती मजाक का दौर शुरू हो गया है. राजनीतिक पार्टियां भी इससे अछूती नहीं रह गई हैं. शनिवार को झामुमो कार्यालय में झारखंड कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष झामुमो में शामिल हो गए. पार्टी के प्रवक्ता ने ये भी एलान कर दिया कि वे लोहरदगा से झामुमो के लोकसभा उम्मीदवार होंगे.

Bandhu Tirkey joins JMM
Bandhu Tirkey joins JMM

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Mar 23, 2024, 9:12 PM IST

Updated : Mar 23, 2024, 10:13 PM IST

झामुमो कार्यालय में सुप्रियो भट्टाचार्या और बंधु तिर्की

रांची: रंगों का त्योहार होली बेहद नजदीक आ गया है और होली की खुमारी अब आम लोगों के साथ साथ नेताओं पर भी चढ़ने लगी है. किसी पार्टी कार्यालय में रंग गुलाल उड़ाए जा रहे हैं, तो कहीं पुआ और ठंडई से होली का स्वागत हो रहा है.

झारखंड कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष और सूबे के पूर्व शिक्षामंत्री बंधु तिर्की कांग्रेस छोड़ झारखंड मुक्ति मोर्चा में शामिल हो गए और उन्हें पार्टी लोहरदगा से लोकसभा चुनाव के लिए अपना उम्मीदवार भी बना दिया. ये सब हुआ झामुमो के कार्यालय में. हालांकि जब ये सब हुआ इसके बाद जोर से एक आवाज गुंजी. बुरा न मानो होली है.

दरअसल , झामुमो के पार्टी कार्यालय में आज शाम दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी और ED की कार्रवाई की खिंचाई के लिए झामुमो और कांग्रेस की संयुक्त पीसी आयोजित थी. इसमें झामुमो के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्या और कांग्रेस के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष बंधु तिर्की ने बारी बारी से अपनी अपनी भड़ास केंद्र की मोदी सरकार, भाजपा और ED पर निकाली.

इसके बाद झामुमो के केंद्रीय महासचिव होलियाना अंदाज में आ गए पहले उन्होंने सोशल मीडिया पर वायरल उस वीडियो को मोबाइल में चलाकर मीडियाकर्मियों को दिखाया और कहा कि ED बुरा न मानो होली है. उसके बाद मौका था होली के अवसर पर कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की को पार्टी में शामिल कराने का. सुप्रियो भट्टाचार्या ने बंधु तिर्की का झामुमो में स्वागत करते हुए कहा कि वह लोहरदगा के भावी सांसद हैं और फिर पार्टी का पट्टा उनके गले में डाल दिया. इस दौरान एक नेता की तरह बंधु हाथ जोड़ें खड़े रहे. बाद में सुप्रियो और बंधु दोनों ने कहा कि हम दोनों की लड़ाई संविधान और देश बचाने की है और यह एक दूसरे के प्रति प्रेम का उद्गार हैं, यही तो हमारे पर्व त्योहार सिखाते हैं.

ये भी पढ़ें:

झारखंड का आदिवासी समाज कैसे सेलिब्रेट करता है होली, होलिका दहन की जगह क्यों काटा जाता है फगुआ

होली के मौके पर मिठाई खरीदने वाले कैसे करें असली और मिलावटी की पहचान, जानिए एक्सपर्ट की राय!

Last Updated : Mar 23, 2024, 10:13 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details