रांचीः झारखंड में चल रहे उत्पाद सिपाही बहाली सरकार के लिए गले की हड्डी बन गई है. एक तरह विधानसभा चुनाव सामने होने की वजह से सरकार उत्पाद सिपाही बहाली पूर्ण करने पर आमादा है. वहीं दूसरी ओर उत्पाद सिपाही के शारिरिक परीक्षा में शामिल हो रहे अभ्यर्थी दौड़ के दौरान लगातार बीमार होकर उनकी मौत हो रही है. इन सबके बीच विपक्षी दल भाजपा ने सरकार की इस बहाली पर सवाल खड़ा करते हुए 15 दिनों के लिए शारीरिक परीक्षा को रोकने की मांग की है.
असम के सीएम और झारखंड बीजेपी के चुनाव सहप्रभारी हिमंता बिस्वा सरमा ने बीजेपी प्रदेश कार्यालय में मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए कहा कि इस भर्ती में अब तक 15 युवाओं की मौत हो चुकी है जो बेहद ही गंभीर विषय है. इसे तत्काल 15 दिनों के लिए नहीं रोका गया तो और ना जाने कितने युवाओं की मौत होगी. ऐसे में हेमंत सरकार को 15 दिनों के लिए शारीरिक दक्षता परीक्षा को रोकना चाहिए. उन्होंने इस भर्ती में शामिल वैसे युवा जिनकी मौत हो गई है उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी प्रत्येक परिवार को एक-एक लाख रुपया का सहायता राशि देगी साथ ही उनके घर पर जायेगी.
राज्य सरकार दे 50-50 लाख मुआवजा और नौकरी- हिमंता
असम के मुख्यमंत्री और झारखंड बीजेपी के विधानसभा चुनाव सह प्रभारी हिमंता बिस्वा सरमा ने हेमंत सरकार से उत्पाद सिपाही बहाली के दौरान दौड़ में शामिल वैसे युवक जिनकी मौत हो गई है उनके परिवार को 50-50 लाख रुपए का मुआवजा और सरकारी नौकरी देने की मांग की है. उन्होंने कहा कि दौर से पहले युवाओं को एक गिलास दूध और फल सरकार दे और तत्काल 15 सितंबर तक शारीरिक दक्षता परीक्षा को स्थगित करें. अगर सरकार इन परिवारों को सरकारी नौकरी नहीं देती है तो भारतीय जनता पार्टी की सरकार अगर आती है तो उन्हें नौकरी देने का काम करेगी.