शिमला: हिमाचल की मंडियों में सब्जियों के अच्छे दाम न मिलने से मायूस किसानों के चेहरे पर अब फिर से मुस्कान खिल सकती है. प्रदेश में सितंबर महीने में लगातार हो रही बारिश से खेतों में तैयार बीन्स की फसल खराब हो रही थी, जिससे मंडियों में अच्छी क्वालिटी की बीन्स न आने से देश के बड़े शहरों में इसकी डिमांड घट गई थी. ऐसे में हिमाचल से दिल्ली सहित साथ लगते कुछ पड़ोसी राज्य को ही बीन्स भेजी जा रही थी. बड़े शहरों में घटिया क्वालिटी की बीन्स की डिमांड न होने से किसानों को फसल के अच्छे रेट नहीं मिल रहे थे. जिससे किसानों के चेहरे मुरझा गए थे.
अब हिमाचल में मानसून के सुस्त पड़ने से आने वाले दिनों में धूप खिलने की संभावना है. जिससे खेतों को खराब हो रही बीन्स की फसल को भी संजीवनी मिलेगी. इस तरह से मंडियों में अच्छी क्वालिटी की बीन्स आने के बाद फिर से देश के बड़े शहरों कोलकता, अहमदाबाद, जयपुर, दिल्ली आदि शहरों में मांग बढ़ने की संभावना है. जिसके बाद हिमाचल की विभिन्न मंडियों से बाहरी राज्य को बीन्स की सप्लाई फिर से शुरू हो जाएगी. इससे मंडियों में अच्छी क्वालिटी की बीन्स के होलसेल भाव में उछाल आ सकता है.
70 से 35 रुपये किलो पहुंचा होलसेल भाव
हिमाचल सीजन के शुरुआत में विभिन्न मंडियों में बीन्स होलसेल में 70 रुपये किलो तक बिकी थी, लेकिन सितंबर महीने में ये दाम गिर कर 15 से 35 रुपये किलो तक पहुंच गए हैं. जिसके दो से तीन कारण बताए जा रहे हैं. इसमें एक तो सितंबर के महीने में सामान्य से अधिक हुई बारिश की वजह से खेतों में बीन्स की फसल खराब होने लगी है. जिस कारण मंडियों में अच्छी क्वालिटी की बीन्स नहीं पहुंच रही है. दूसरा इन दिनों सीजन पीक में होने के कारण मंडियों में भारी मात्रा में बीन की सब्जी पहुंच रही है, लेकिन अच्छी क्वालिटी की बीन्स न आने से देश भर में इसकी डिमांड घट गई थी. जिस कारण मंडियों में बीन्स के रेट कम हुए हैं. बता दें कि प्रदेश में बीन्स की अच्छी खासी पैदावार होती है. शिमला, किन्नौर, सोलन, सिरमौर, लाहौल, कुल्लू जैसे जिलों में बीन्स की किसान हजारों टन फसल उगाते हैं. हिमाचल की अच्छी क्वालिटी की बीन्स की दूसरे राज्यों में अच्छी खासी डिमांड रहती है. हिमाचल में खरीफ सीजन में ली जाने वाली बेमौसमी बीन्स की देश के बड़े शहरों में काफी अधिक डिमांड रहती है.
थाली का जायका बढ़ाती है हिमाचली बीन्स
देश के मैदानी इलाकों में इस मौसम में बीन्स की पैदावार नहीं होती है. जिससे हिमाचल में खरीफ सीजन में तैयार होने वाली बीन्स की देश भर की मंडियों में काफी ज्यादा मांग रहती है. प्रदेश भर से इन दिनों रोजाना हजारों टन बीन्स देश की बड़ी मंडियों को भेजी जाती है. मैदानी इलाकों में बीन्स की फसल का मौसम न होने से महानगरों के बड़े होटलों में भी बीन्स की अच्छी खासी मांग रहती है. ऐसे में इन दिनों हिमाचली बीन्स थाली का जायका बढ़ाती है. आढ़ती एसोसिएशन ढली सब्जी मंडी के पूर्व प्रधान नाहर सिंह चौधरी का कहना है कि अब मौसम साफ होते ही मंडियों में अच्छी क्वालिटी की बीन्स पहुंचनी शुरू हो जाएगी. जिसकी बड़े शहरों में मांग बढ़ने से बीन्स को फिर देश की बड़ी मंडियों में भेजा जाएगा. जिससे प्रदेश भर की मंडियों में होलसेल भाव में तेजी आ सकती है और किसानों को बीन्स के अच्छे रेट मिलने शुरू हो जाएंगे.
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