रांची: मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आज अपना 49वां जन्मदिन मना रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उन्हें जन्मदिन की शुभकामनाएं दी है. उन्होंने दीर्घायु और स्वस्थ रहने की कामना की है. अपने 49वे जन्मदिन के मौके पर हेमंत सोरेन ने अन्याय से लड़ने का प्रण लिया. सोशल मीडिया पोस्ट के जरिये अपने जेल से रिहाई के वक्त हाथ पर लगे कैदी वाले निशान की मुहर को साझा करते हुए उन्होंने उस निशान को वर्तमान में लोकतंत्र के सामने आने वाली चुनौतियों का प्रतीक बताया.
हेमंत सोरेन ने अपने पोस्ट के जरिये ये बताने की कोशिश की है कि बिना किसी शिकायत, अपराध या सबूत के उन्हें एक राजनीतिक साजिश के तहत जेल भेजा गया था. मुख्यमंत्री ने हाथ पर लगी जेल की मुहर को लोकतंत्र की वर्तमान चुनौतियों का प्रतीक बताया है. उन्होंने किसी पार्टी विशेष का नाम लिए बगैर पूरे सिस्टम पर सवाल खड़ा किया है. अपनी गिरफ्तारी के मुद्दे पर वो लिखते हैं कि बिना किसी शिकायत या अपराध के एक चुने हुए मुख्यमंत्री को 150 दिन तक जेल में डाल सकते हैं तो फिर ये आम आदिवासियों/दलितों/शोषितों के साथ क्या करेंगे. यह मुझे कहने की आवश्यकता नहीं है.
उन्होंने लिखा है कि अब वे शोषित, वंचित, दलित, पिछड़ा, आदिवासी, मूलवासी के पक्ष में अपने संकल्प को और मजबूत कर हर उसे व्यक्ति या समुदाय के लिए आवाज उठाएंगे जिसे दबाया गया है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का मानना है कि आज भी रंग, समुदाय, खानपान, पहनावे के आधार पर लोगों को सताया जा रहा है. उन्होंने एकजुट होकर एक ऐसे समाज के निर्माण की बात कही है जहां का कानून सभी के लिए समान हो, जहां सत्ता का दुरुपयोग ना हो.
हालांकि, नेता प्रतिपक्ष अमर बावरी ने आदिवासी दिवस का हवाला देते हुए कहा है कि हेमंत सोरेन के लिए उनके परिवार ही सब कुछ हैं. खास दिवस पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान भी मंच पर उनके परिवार के लोग ही दिखे थे. उन्होंने जन्मदिन की बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आप स्वस्थ रहें लेकिन जो कहते हैं उसे पूरा जरूर करें.
जमीन घोटाले से जुड़े मामले में हेमंत सोरेन को ईडी ने पिछले साल 31 जनवरी को गिरफ्तार किया था. गिरफ्तारी से पहले उनको इस्तीफा देना पड़ा था जिसके बाद उन्ही की पार्टी के वरिष्ठ नेता और झारखंड आंदोलन के दौरान शिबू सोरेन के साथ सक्रिय रहने वाले चम्पाई सोरेन को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई गई थी. लैंड स्कैम मामले में करीब 5 माह तक जेल में रहे हेमंत सोरेन को उसी दिन हाई कोर्ट से जमानत मिली थी.