रांची: राजधानी रांची में अफीम की फसल को नष्ट करने के दौरान पुलिस को कई चौंकाने वाली जानकारियां हासिल हुई है. अफीम की फसल को पुलिस से बचाने के लिए अफीम तस्करों के द्वारा कई तरह के पूजा पाठ और तंत्र-मंत्र का प्रयोग किया गया था. अफीम को नष्ट करने के दौरान ऐसे कई मामले रांची पुलिस के सामने आए हैं.
अफीम नष्ट करने के दौरान मिले सबूत
रांची पुलिस ने इस वर्ष रिकार्ड अफीम की फसल को नष्ट किया है पुलिस से मिले आंकड़े बताते हैं कि अब तक लगभग 1300 एकड़ खेतों में लगी अफीम की फसल रांची पुलिस के द्वारा नष्ट की जा चुकी है. लेकिन इन सब के बीच एक बेहद चौंकाने वाला खुलासा भी हुआ है. अफीम तस्करों और अफीम की खेती करने वाले ग्रामीणों ने पुलिस से अपनी अफीम को बचाने के लिए जमकर ग्रामीण विधि से तंत्र-मंत्र का प्रयोग किया था. यह तो सभी जानते हैं कि रांची के ग्रामीण इलाकों में अभी भी डायन बिसाही के मामले सामने आते रहते है. ग्रामीण इलाकों में अभी भी ऐसे क्षेत्र हैं जहां लोग तंत्र-मंत्र पर भरोसा करते हैं. लेकिन अफीम की फसल को बचाने के लिए तंत्र-मंत्र का प्रयोग करना अपने आप में अनोखा है.
पूजा पाठ के साक्ष्य मिले
रांची के ग्रामीण इलाकों में पुलिस की टीम जब अफीम की खेतों तक पहुंची तो उन्हें कई खेतों में पत्थर लगाकर उसमें सिंदूर लगाया हुआ मिला. उस स्थान को देखकर या साफ पता चल रहा था कि वहां पर तंत्र-मंत्र और पूजा पाठ किया गया है. अफीम की कई खेतों में हर दिन मिट्टी के दीए भी जलाया जाते थे इसके अलावा कुछ विशेष प्रकार का हवन भी किया जाता था ताकि पुलिस को अफीम की खेत ना दिखे.
क्या है धारणा
पहली बार राजधानी रांची में अफीम की खेती नष्ट करने के साथ-साथ गिरफ्तारियां भी की जा रही है. अब तक 12 ऐसे लोगों को गिरफ्तार किया गया है जो लोग अफीम की खेती कर रहे थे. पूछताछ में गिरफ्तार ग्रामीणों ने यह बताया है कि उनका यह मानना है कि अगर अफीम लगाने से पहले खेत में तंत्र-मंत्र के साथ पूजा पाठ किया जाए तो वहां पुलिस की टीम नहीं पहुंच पाएगी. धारणा यह भी है कि तंत्र की शक्ति से अफीम की फसल पुलिस को नजर ही नहीं आएगी. हालांकि रांची पुलिस के आगे अफीम तस्करों के सारे तंत्र-मंत्र फेल हो गए. रांची सीनियर एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया की फसल नष्ट करने के दौरान पूजा पाठ के साक्ष्य मिले हैं, लेकिन अफीम तस्करों को उसका कोई विशेष फायदा नहीं हुआ है पुलिस लगातार अफीम नष्ट कर रही है और आगे भी करते रहेगी.
बचाने की हर जुगत किया गया
वहीं, दूसरी तरफ पूजा पाठ के अलावा अफीम तस्करों ने नशे की फसल को बचाने के लिए और भी कई तरह के जुगत किए थे. रांची के ग्रामीण एसपी सुमित कुमार अग्रवाल ने बताया कि खेत पुलिस की नजर से बच सके इसके लिए बड़े-बड़े पेड़ों को काटकर खेत के चारों तरफ फैला दिया गया था, ताकि पुलिस को खेत नजर ना आए ऐसे कई खेत मिले हैं जिस पेड़ के द्वारा छिपाया गया था. वहीं कई खेतों में महीन तार से घेराबंदी भी की गई थी. हालांकि रांची पुलिस ड्रोन की मदद से खेतों को तलाश कर रही है इसलिए अफीम माफिया की यह जुगाड़ भी उनके काम नहीं आई.
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