रुद्रप्रयाग: जिले में हो रही मूसलाधार बारिश ने आफत मचाई है. केदारनाथ हाईवे के साथ ही लिंक मार्ग जगह-जगह बंद हो रहे हैं. जिसके कारण ग्रामीण जनता से लेकर देश-विदेश से केदारनाथ धाम जाने वाले श्रद्धालु खासे परेशान हो रहे हैं. लगातार हो रही बारिश के कारण जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है.
बता दें देर रात हुई मूसलाधार बारिश के कारण केदारनाथ हाईवे के बांसबाड़ा में पहाड़ी से भारी मात्रा में मलबा आ गया. जिसके बाद सुबह के समय राजमार्ग पर दोनों तरफ वाहनों की लम्बी कतार लग गई. एनएच विभाग की मशीनों की मदद से राजमार्ग को खोलने के प्रयास किए गए, लेकिन पहाड़ी से लगातार हो रहे भूस्खलन के कारण कार्य करने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. यहां पर करीब आठ घंटे बाद वाहनों की आवाजाही सुचारू हो सकी.
इसके अलावा 31 जुलाई की रात भारी बारिश के कारण ध्वस्त हुए सोनप्रयाग-गौरीकुंड राजमार्ग पर कार्य करना मुश्किल हो रहा है. देरा रात हुई तेज बारिश के कारण यहां लगाये गये सुरक्षा झाले भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं, जबकि ऊपरी पहाड़ी से मलबा गिरने का सिलसिला जारी है. राजमार्ग को बनाना एनएच विभाग के लिए चुनौती बन गई है. तीर्थयात्री सोनप्रयाग से पैदल चलकर गौरीकुंड पहुंच रहे है. यहां से घोड़े-खच्चर, डंडी-कंडी के साथ ही पैदल चलकर केदारनाथ धाम पहुंच रहे हैं. सोनप्रयाग-गौरीकुंड के बीच दो से तीन स्थानों पर खतरनाक स्थिति बनी हुई है. तीर्थयात्री किसी तरह जान हथेली पर रखकर सफर करने को मजबूर हैं.
केदारनाथ हाईवे के साथ ही लिंक मार्गों पर भी सफर करना मुश्किल हो रहा है. जग्गी-कांडई मोटरमार्ग के बनथापला में पहाड़ी से बड़े-बड़े बोल्डर आने के कारण लिंक मार्ग बंद पड़ा है. यहां पर लोनिवि की मशीने मलबा साफ करने के साथ ही बोल्डर को हटाने में जुटी हुई है. इसके अलावा जिले के अन्य लिंक मार्गों पर भी जगह-जगह पहाड़ी से बोल्डर और मलबा आ रहा है.
मूसलाधार बारिश के कारण आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. रुद्रप्रयाग-पोखरी मोटरमार्ग पर जिला कार्यालय के पास पहाड़ी से भूस्खलन होने के कारण आवासीय भवन के ऊपर पेड़ गिर गया, जिससे आवासीय भवन को भारी क्षति पहुंची. यहां आपदा प्रबंधन की टीम ने पेड़ को काटकर मोटरमार्ग को आवाजाही लायक बनाया.
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