चंपावत : टनकपुर टैक्सी ड्राइवर हत्या मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को चिड़ियाघोल क्रिकेट मैदान से गिरफ्तार किया है, जबकि एक आरोपी अभी भी फरार है. एसपी अजय गणपति ने टनकपुर कोतवाली में उक्त हत्याकांड का खुलासा किया है. उन्होंने बताया कि आपसी विवाद में टनकपुर नई बस्ती निवासी नरेंद्र मिश्रा की हरीश भट्ट और उसके तीन साथियों ने चाकू मारकर हत्या की थी. चारों अक्सर साथ में ही नशा करते थे.
एसपी अजय गणपति ने बताया कि मुख्य आरोपी हरीश भट्ट, धर्मेंद्र कुमार धरू और आकाश पाटनी को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया है, जबकि उनका एक अन्य साथी दीपक राम अभी फरार है. आरोपी हरीश भट्ट और दीपक राम द्वारा मनिहार गोठ रेलवे लाइन क्षेत्र में हत्या में प्रयुक्त चाकू को छिपाया गया था, जिसे बरामद किया गया है.
एसपी अजय गणपति ने बताया कि 26 दिसंबर 2024 को कोतवाली टनकपुर में देवेंद्र कुमार मिश्रा द्वारा तहरीर दी गई, जिसमें बताया गया कि उनके भाई नरेंद्र मिश्रा की हरीश भट्ट, आकाश पाटनी और धर्मेंद्र कुमार उर्फ धरू द्वारा चाकू मारकर हत्या की गई है. पुलिस ने तहरीर के आधार पर केस दर्ज किया और वरिष्ठ उप निरीक्षक सुरेंद्र सिंह कोरंगा के नेतृत्व में टीम गठित की. गठित टीम द्वारा मुखबिर की सूचना पर घटना में शामिल 55 वर्षीय हरीश भट्ट, 30 वर्षीय धर्मेंद्र कुमार और 26 वर्षीय आकाश पाटनी को चौकी बूम क्षेत्र स्थित चिड़ियाघोल क्रिकेट मैदान से गिरफ्तार किया गया है.
आरोपी द्वारा पूछताछ में बताया गया कि मृतक नरेंद्र मिश्रा के साथ आरोपी हरीश भट्ट का 26 दिसंबर को दोपहर के समय पीलीभीत चुंगी के पास झगड़ा हुआ था. शाम के समय आरोपी धर्मेंद्र कुमार उर्फ धरू और आकाश पाटनी मृतक हरीश भट्ट की दुकान में गए, जहां पर पहले से हरीश भट्ट और उसके दुकान में काम करने वाला दीपक राम उर्फ दिप्पू मौजूद था.
उक्त चारों नें दुकान में बैठकर शराब पी और आरोपी हरीश भट्ट द्वारा जब अपने उक्त साथी धर्मेंद्र कुमार उर्फ धरू, दीपक राम उर्फ अंग्रेज और आकाश पाटनी को नरेंद्र मिश्रा द्वारा खुद के साथ मारपीट की बात बताई, तो सभी के द्वारा नरेंद्र की हत्या की योजना बनाई गई. इसके बाद उक्त सभी ने एक राय होकर योजनानुसार रोडवेज वर्कशॉप के पास पहुंचकर मुख्य हाईवे में नरेंद्र मिश्रा को चाकू मारकर उसकी हत्या कर दी. हत्या के बाद गिरफ्तारी से बचने के लिए आरोपी मौके से फरार हो गए.
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