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प्रदेश के चाइल्ड हेल्थ केयर के ढाई सौ स्वास्थ्यकर्मियों का प्रदर्शन, वेतन में बढ़ोतरी की मांग

-पिछले 6 साल से वेतन नहीं बढ़ाया गया- स्वास्थ्यकर्मियों का आरोप -सुदर्शन कंपनी द्वारा 6 साल पहले रखा गया था काम पर

चाइल्ड हेल्थ केयर के ढाई सौ स्वास्थ्यकर्मियों का प्रदर्शन
चाइल्ड हेल्थ केयर के ढाई सौ स्वास्थ्यकर्मियों का प्रदर्शन (Etv bharat)

By ETV Bharat Delhi Team

Published : Nov 26, 2024, 8:56 PM IST

नई दिल्ली/नोएडा: नोएडा के सेक्टर 30 स्थित प्रदेश के चाइल्ड हेल्थ केयर में सबसे प्रीमियर पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टिट्यूट में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है, यहां तैनात करीब ढाई सौ स्वास्थ्यकर्मी वेतन में बढ़ोतरी और अन्य मांगों को लेकर आज मंगलवार को हड़ताल पर चले गये है. हालांकि आपातकालीन सेवाओं के स्वास्थ्यकर्मी हड़ताल में शामिल नहीं हैं. चाइल्ड पीजीआई के सामने धरने पर बैठे स्वास्थ्यकर्मी का कहना है कि उनका पिछले करीब 6 साल से वेतन नहीं बढ़ाया गया है. हड़ताल के चलते पीजीआई की स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो रही है. जिससे आने वाले मरीजों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

6 साल से नहीं बढ़ाया गया वेतन:चाइल्ड पीजीआई के सामने धरने पर बैठे स्वास्थ्यकर्मी को सुदर्शन कंपनी के माध्यम से 6 साल पहले काम पर रखा गया था. कर्मचारियों का कहना है कि एजेंसी ने कहा था कि हर साल 5% वेतन में बढ़ोतरी की जाएगी, इसके लिए अस्पताल प्रबंधन को पत्र भी लिखा गया था. छह साल बीत जाने के बाद भी उन्हें बढ़ा हुआ वेतन नहीं मिला है. और न ही ज्वाइनिंग लेटर दिया गया. इस संबंध में एजेंसी और अस्पताल प्रबंधन को कई बार पत्र लिखा गया और आश्वासन भी मिला. लेकिन अब तक कोई कार्यवाही नहीं हुई, मजबूरन हमें हड़ताल करना पड़ा है.

चाइल्ड हेल्थ केयर के ढाई सौ स्वास्थ्यकर्मी प्रदर्शन करते हुए (ETV Bharat)

हर साल 5% सैलरी बढ़ाने का था वादा:चाइल्ड पीजीआई में फार्मासिस्ट पद पर तैनात सुमित कहते है कि हमारी मांगें पूरी नहीं हो रही हैं. हमसे कहा गया था कि हर साल सैलरी 5% बढ़ेगी, लेकिन छह साल से नहीं बढ़ी है, न हमारा पीएफ कटता है ना ही जॉइनिंग लेटर दिया जा रहा है. जॉइनिंग लेटर देंगे तो पता चलेगा हमारी सैलरी कितनी है?

हड़ताल के चलते स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित:चाइल्ड पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टिट्यूट में इस समय एजेंसी के माध्यम से 140 टेक्नीशियन, नर्सिंग स्टॉफ, वार्ड ब्वॉय आदि कार्यरत हैं. संविदा पर कार्यरत कर्मचारियों के अलावा अस्पताल में 60 से अधिक स्थायी कर्मचारी भी कार्यरत हैं. ऐसे में संविदा कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने के बाद स्थायी कर्मचारियों पर काम का बोझ बढ़ गया है. और मांग पूरी नहीं होने पर आपातकालीन सेवाओं के स्वास्थ्यकर्मी हड़ताल में शामिल होने की बात कही है. हड़ताल के चलते पीजीआई की स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो रही है. जिससे आने वाले मरीजों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

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