रांची: रिम्स कार्यकारिणी समिति की 34वीं बैठक में लिए गए कई निर्णयों को शासी परिषद के अध्यक्ष सह स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण मंत्री बन्ना गुप्ता ने मंजूरी दे दी है. रिम्स प्रबंधन की ओर से बताया गया कि जिन प्रस्तावों पर स्वास्थ्य मंत्री ने अपनी सहमति दी है, उनमें ईएनटी विभाग में सुविधाएं बढ़ाना, इमरजेंसी में पहुंचने वाले मेडिको-लीगल केस वाले मरीजों की रेडियोलॉजिकल जांच मुफ्त करना शामिल है.
स्वास्थ्य मंत्री द्वारा अनुमोदित प्रस्ताव
- रिम्स के कान, नाक एवं गला विभाग (ईएनटी) में ऑडियोमेट्री जांच की सुविधा नहीं होने के कारण बहरेपन आदि की जांच का कार्य प्रभावित हो रहा था. इस समस्या के समाधान तथा मरीजों एवं संस्थान के हित में ऑडियोमेट्री जांच सुनिश्चित करने के लिए 02 ऑडियोमेट्री मशीन क्रय करने तथा मशीन संचालन के लिए योग्यता के अनुसार कुशल कर्मियों की नियुक्ति आउटसोर्सिंग/अनुबंध के आधार पर करने के प्रस्ताव को स्वीकृति दी गई.
- रिम्स के सेंट्रल इमरजेंसी में आने वाले मेडिको-लीगल केस वाले मरीजों की सभी रेडियोलॉजिकल जांच जैसे एक्स-रे-सीटी स्कैन अब निःशुल्क की जाएगी. किसी भी जांच के अभाव में ट्रॉमा मरीजों की भर्ती एवं उपचार नहीं रोका जाएगा.
- एम्स, नई दिल्ली की तर्ज पर अब रिम्स में भी प्रत्येक शनिवार को प्रातः 09 बजे से अपराह्न 02 बजे तक ओपीडी खुली रहेगी. सभी इमरजेंसी सेवाएं पूर्व की भांति 24*7 कार्यरत रहेंगी. अब संकाय सदस्य प्रत्येक शनिवार को ही मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव (एम.आर.) से मिल सकेंगे. अन्य दिनों में ओपीडी एवं आईपीडी में मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव का प्रवेश वर्जित रहेगा. शनिवार को भी सभी मेडिकल स्टोर शाम पांच बजे तक खुले रहेंगे.
- रिम्स में आउटसोर्सिंग व्यवस्था के तहत कार्यरत 64 आउटसोर्स कर्मचारियों के कार्य का मूल्यांकन समिति द्वारा किया जाएगा तथा नियमानुसार वेतन का भुगतान रिम्स के आंतरिक स्तर से तत्काल किया जाएगा. विभागीय मंत्री ने इसकी भी स्वीकृति दे दी है.
- आयुष्मान भारत योजना के तहत मरीजों के सुगम उपचार के लिए आवश्यकतानुसार आउटसोर्सिंग के माध्यम से 15 कंप्यूटर ऑपरेटर, 12 लैब टेक्नीशियन एवं 25 वार्ड अटेंडेंट, 25 मानव बल की नियुक्ति के लिए एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट आमंत्रित करने के प्रस्ताव को भी स्वास्थ्य मंत्री ने स्वीकृति दे दी है.
- चिकित्सा अधीक्षक के अत्यधिक कार्यभार के कारण कई कार्य प्रभावित हो रहे थे. इस संदर्भ में मरीजों एवं संस्थान के कार्यों के सुचारू निष्पादन के लिए निदेशक, रिम्स, रांची को एक अपर चिकित्सा अधीक्षक एवं एक अन्य चिकित्सा उपाधीक्षक को नामित करने के लिए अधिकृत किया गया है.