बस्तर में डेंगू को लेकर अलर्ट स्वास्थ्य विभाग, डोर टू डोर चलाया जा रहा अभियान - alert For dengue in Bastar
बस्तर में डेंगू को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में आ गया है. यहां हर वार्ड में डोर-टू-डोर जांच अभियान चलाया गया है. इस बीच कलेक्टर ने लोगों से खास अपील की है.
बस्तर:छत्तीसगढ़ में मानसून की एंट्री हो चुकी है. मानसून की दस्तक के साथ ही मौसमी बीमारियों का खतरा भी तेजी से बढ़ने लगता है. मानसून में सबसे अधिक खतरा डेंगू का होता है. बस्तर में बीते साल डेंगू के कई केस सामने आए थे. इस साल भी बारिश के बाद अब तक 12 डेंगू के पॉजेटिव मामले सामने आए हैं. बस्तर जिले के शहरी और ग्रामीण इलाकों में डेंगू के मरीज पाए जाने पर जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने बीते दिनों आपात बैठक बुलाकर ग्रामवार और वार्डवार डेंगू के रोकथाम के लिए सुबह शाम प्रचार-प्रसार किया था.
बस्तर में डेंगू को लेकर अलर्ट स्वास्थ्य विभाग (ETV Bharat)
डोर टू डोर चलाया जा रहा जांच अभियान:पिछले 6 दिनों से बस्तर में स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम की टीम की ओर से सघन सर्वे अभियान और जांच की जा रही है. सर्वे करके डेंगू लार्वा पनपने वाले स्थान की सफाई करवाया जा रहा है. स्वास्थ्य विभाग ने नगर निगम क्षेत्र में 32 टीम बनाया गया है. जून माह में 49 घरों में लार्वा पाया गया, जिसे नष्ट किया गया. आंकड़ों पर अगर गौर करें तो साल 2022 में 41 डेंगू के मरीज मिले. साल 2023 में 68 डेंगू के मरीज मिले और साल 2024 में 12 मरीज मिले हैं.
डेंगू को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड पर है. लगातार लोगों को जानकारी दी जा रही है. लोगों को जागरुक भी किया जा रहा है. बैठक लेकर मोनिटरिंग भी की जा रही है. साथ ही लोगों से अपील की गई है कि यदि किसी भी व्यक्ति में कोई लक्षण दिखता है, तो तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जांच करवाएं. -विजय दयाराम के, कलेक्टर, बस्तर
बस्तर सहित पूरे प्रदेश में डेंगू नियंत्रण दल की ओर से लगातार अभियान चलाया जा रहा है. जिले के सभी वार्डो में अभियान चलाकर कूलर, टोकना, गमला, खाली बर्तनों, टायरों में भरे पानी की जांच कर पानी को हटाया जा रहा है. साथ ही मच्छर मारने की दवाई का छिड़काव भी कराया जा रहा है. नियंत्रण दल जागरूकता फैलाने के लिए पाम्पलेट का भी वितरण कर रहा है. इसके साथ ही सावधानी बरतने के लिए नियमित तौर पर 7 दिनों तक सफाई करने, पानी जमा न होने देनें के साथ ही मच्छरदानी के इस्तेमाल की हिदायत दी गई है. इसके साथ ही लोगों को सोते समय हांथ-पांव को पूरी तरह ढंक सर सोने की सलाह दी गई है. बुखार या डेंगू के लक्षण दिखने पर तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जांच करवाने की सलाह दी जा रही है.