नूंह/चंडीगढ़: हरियाणा में घना कोहरा, शीतलहर के साथ ही हर दिन ठंड में इजाफा हो रहा है. तापमान दिन में भले ही अधिक हो लेकिन रात और सुबह के समय तापमान कम हो जाने से ठंड और भी बढ़ती जा रही है. कई शहरों में धूप न निकलने से लोग परेशान हैं.
नूंह में कड़ाके की ठंड (ETV Bharat) कुछ जगहों पर घने धुंध के कारण विजिबिलिटी जीरो है. इस बीच शीतलहर चलने से लोगों की परेशानी बढ़ रही है. ठंड से राहत पाने के लिए लोग अलाव का सहारा ले रहे हैं. वहीं, मौसम विभाग ने फिर से पश्चिमी विक्षोभ के एक्टिव होने संभावना जताई है.
बारिश की संभावना:मौसम वैज्ञानिक की मानों तो 5 और 6 जनवरी को पश्चिमी विक्षोभ के एक बार फिर एक्टिव होने के आसार हैं. खासकर उत्तरी हरियाणा के पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, करनाल जिलों में मध्यम दर्जे की बारिश हो सकती है, जबकि कुछ अन्य जिलों में हल्की बारिश की संभावना है. इससे किसानों की समस्या बढ़ सकती है. पिछले कुछ दिनों पहले बारिश के साथ ओले गिरने पर किसानों के कई फसल चौपट हो गए थे.
नारनौल रहा सबसे ठंडा:आईएमडी चंडीगढ़ की मानें तो शुक्रवार को सबसे कम तापमान नारनौल में 4.2 और सबसे अधिक तापमान 18.9 यमुनानगर में दर्ज किया गया. 5 और 6 जनवरी को कई क्षेत्रों में बारिश हो सकती है. इस बीच शनिवार सुबह हरियाणा के कई शहरों की आबोहवा बेहद खराब दर्ज की गई.
गुरुग्राम में शुक्रवार सुबह एक्यूआई 363 रहा. जबकि फरीदाबाद में 353, चरखी दादरी में 232, पंचकूला में भी 232 और रोहतक 141 एक्यूआई दर्ज किया गया. प्रदेश में बढ़ते ठंड और खराब एक्यूआई के बीच डॉक्टर लोगों को घर से कम बाहर जाने की अपील कर रहे हैं.
हरियाणा-दिल्ली में ठंड का ट्रिपल अटैक देखने को मिल रहा है. आने वाले दिनों में भी ठंड का सिलसिला जारी रहने वाला है. 10 से 12 जनवरी के बीच एक और पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव होगा. इस बीच ठंड और बढ़ेगी. आज से हवा की दिशा में बदलाव देखने को मिलेगा. इससे रात के तापमान में हल्की बढ़त देखने को मिलेगी. हालांकि 7 जनवरी से एक बार फिर से तापमान में गिरावट आएगी. - मौसम वैज्ञानिक
बारिश और ठंड को लेकर किसानों को सलाह: हरियाणा में ठंड के साथ बारिश होने से पिछले दिनों किसानों को परेशानी हुई है. बारिश के साथ ओलावृष्टि के कारण किसानों के कई फसल बर्बाद हो गए हैं. एक बार फिर बारिश की संभावना के बीच कृषि वैज्ञानिक ने किसानों को फसलों की सिंचाई के बाद यूरिया छिड़काव की सलाह दी है. कृषि वैज्ञानिक की मानें तो इस तरह की ठंड से गेहूं की फसल अच्छी होती है. हालांकि सब्जी के फसल को अधिक नुकसान होता है. ऐसे में इन फसलों पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है.
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