चंडीगढ़: लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे आने और आचार संहिता हटने के बाद हरियाणा सरकार ने हिम्मत सिंह को हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (HSSC) का चेयरमैन नियुक्त कर दिया है. इस संबंध में अधिसूचना भी जारी की गई है. हिम्मत सिंह के चेयरमैन पद पर नियुक्ति की घोषणा पहले ही की जा चुकी थी. लेकिन चुनाव आचार संहिता लगने के कारण नियुक्ति नहीं हो सकी थी. इससे पहले हिम्मत सिंह हरियाणा सरकार के असिस्टेंट एडवोकेट जनरल के पद पर कार्यरत थे.
मुख्यमंत्री ने दिलाई शपथ: मुख्यमंत्री नायब सैनी ने हिम्मत सिंह को शनिवार को चंडीगढ़ में पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई. माना जा रहा है कि अब प्रदेश में अधर में लटकी सरकारी भर्तियों में तेजी आ सकेगी.
भर्ती जल्द पूरी करने का प्रयास:हिम्मत सिंह ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि अधर में लटकी सभी भर्ती प्रक्रिया जल्द पूरी करने का प्रयास रहेगा. वह उम्मीदवारों के साथ खड़े हैं. उन्होंने कहा कि उनका निजी प्रयास रहेगा कि रेगुलर रिक्रूटमेंट के लिए कोई शेड्यूल बन सके, ताकि सालाना आधार पर भर्ती हो सके. हिम्मत सिंह ने कहा कि उन्हें कोर्ट का अच्छा अनुभव है. वह इसका फायदा लेते हुए कोर्ट में विचाराधीन सभी मामलों का स्वयं रिव्यू करेंगे. उन्होंने विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कहा कि फिलहाल तीन महीने का समय है और वह इस बीच काफी कुछ कर सकेंगे. कोर्ट में सुनवाई की पहली तिथि के लिए ही वकीलों को आवश्यक दिशा-निर्देश दे दिए जाएंगे.
ग्रुप-सी व डी के 53 हजार पदों की भर्ती का परिणाम रद्द: HSSC के चेयरमैन हिम्मत सिंह ने हाल ही में पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट द्वारा प्रदेश में ग्रुप-सी व डी के करीब 53 हजार पदों की भर्ती के परीक्षा परिणाम को रद्द करने के मामले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने की बात कही. उन्होंने कहा कि वह परीक्षा देने वाले उम्मीदवारों की लड़ाई जरूर लड़ेंगे. दरअसल, हाईकोर्ट ने हरियाणा सरकार को सामाजिक और आर्थिक आधार पर पांच अंको का लाभ दिए बिना सीईटी के आधार पर नई मेरिट सूची तैयार करने के आदेश दिए हैं. भर्ती में सामाजिक और आर्थिक आधार पर पांच अंक देने के नियम को हाईकोर्ट ने असंवैधानिक बताया है.