चंडीगढ़: हरियाणा की दस लोकसभा सीटों पर छठे चरण में 25 मई को वोटिंग होगी. सभी राजनीतिक दल जीत दर्ज करने के लिए समग्र पहलुओं के मद्देनजर मजबूती से अपना लक्ष्य साधने के प्रयास में हैं. जबकि भाजपा भी पूर्व की तरह सभी दस लोकसभा सीटों पर क्लीन स्वीप करना चाहती है. वहीं, बीते 5 वर्षों में 23 लाख से अधिक नए मतदाताओं की भूमिका भी अहम होगी.
75 फीसदी मतदान का लक्ष्य होगा पूरा!: वोट प्रतिशत की बात करें तो संयुक्त पंजाब के समय से ही हरियाणा में वर्ष 1952 से 2019, सात दशक बाद भी शत प्रतिशत मतदान का संकल्प सिद्ध नहीं हो सका है. हालांकि निर्वाचन आयोग ने इस बार 75 प्रतिशत मतदान लक्षित किया है. साल 2019 में प्रदेश की सभी दस लोकसभा सीटों पर हुए चुनाव में मतदान प्रतिशत सबसे अधिक 74.3 प्रतिशत रहा था.
पहली बार वोटिंग करने वालों का आंकड़ा: हरियाणा में बीते 5 साल में 23 लाख से अधिक नए मतदाता बने हैं. जबकि 18 से 19 वर्षीय आयु वर्ग के 3 लाख 63 हजार 491 मतदाता पहली बार वोट डालेंगे. इनमें 2 लाख 43 हजार 133 पुरुष और 1 लाख 20 हजार 339 महिला मतदाता हैं. इसके अलावा हरियाणा में 10800 सेंचुरियन (शतायु) वोटर भी हैं. प्रदेश में 100 से 109 वर्षीय आयु वर्ग के 10,759 मतदाता हैं. जबकि 120 वर्ष से अधिक के 41 मतदाता हैं. इनमें आठ मतदाता गुरुग्राम से हैं.
हरियाणा में मतदाताओं की स्थिति:हरियाणा में 1 करोड़ 98 लाख 23 हजार 168 कुल मतदाता हैं. जिसमें पुरुषों की संख्या 10474461 है. वहीं, महिला मतदाता 9250339 है. जबकि ट्रांसजेंडर मतदाताओं की संख्या 457 है.
दिव्यांग मतदाता: प्रदेश में कुल 142025 दिव्यांग मतदाता हैं. इनमें 89471 पुरुष दिव्यांग मतदाता, 52548 महिला दिव्यांग मतदाता और 6 ट्रांसजेंडर दिव्यांग मतदाता हैं. कुल सर्विस वोटर 109345 है और पुरुष सर्विस वोटर 104785 हैं, वहीं महिला सर्विस वोटरों की संख्या 4560 है.
सबसे बड़े संसदीय क्षेत्र:हरियाणा में सबसे बड़ा संसदीय क्षेत्र गुरुग्राम है और दूसरे नंबर पर फरीदाबाद आता है. बता दें कि गुरुग्राम में 25 लाख, 5 हजार 345 मतदाता हैं. विधानसभा खेतों में गुड़गांव, सोहना, बादशाहपुर, पटौदी, नूंह, फिरोजपुर झिरका, पुनहाना, बावल और रेवाड़ी हैं. वहीं, फरीदाबाद में 23 लाख 60 हज़ार 983 मतदाता हैं. विधानसभा क्षेत्रों में पृथला, फरीदाबाद एनआइटी, बड़खल, बल्लभगढ़, तिगांव, हथीन, होडल और पलवल हैं. जबकि करनाल में 20 लाख 78 हजार 07 मतदाता हैं. विधानसभा खेतों में करनाल, नीलोखेड़ी, इंद्री, घरौंडा, असंध, पानीपत शहरी, पानीपत ग्रामीण, इसराना और समालखा हैं. उधर अंबाला में भी 19 लाख 78 हजार 278 मतदाता हैं. विधानसभा क्षेत्रों में अंबाला शहर, अंबाला कैंट, नारायणगढ़, मुलाना, कालका, पंचकूला, जगाधरी, यमुनानगर और साढौरा हैं. तो सिरसा में भी 19 लाख 24 हजार 259 मतदाता हैं. विधानसभा क्षेत्रों में कालांवाली, डबवाली, रानियां, सिरसा, ऐलनाबाद, रतिया, टोहाना, फतेहाबाद और नरवाना हैं.