करनाल :1975 के आपातकाल के दौरान जेल जाने वाले लोगों और उनके परिजनों को आज हरियाणा सरकार ने ताम्रपत्र देते हुए सम्मानित किया लेकिन इस दौरान बड़ी लापरवाही देखने को मिली. ताम्रपत्र पर मौजूदा मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी की जगह पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर का नाम लिखा हुआ था. मामले के सामने आने के बाद प्रशासनिक अमले में हड़कंप है.
इमरजेंसी के दौरान जेल जाने वालों को ताम्रपत्र :आपातकाल के दौरान संविधान के लिए आवाज उठाने वाले लोगों को जबरन जेलों में ठूंसा गया था. हरियाणा में भाजपा सरकार बनने के बाद ये निर्णय लिया गया था कि आपातकाल के दौरान जेल की सजा काटने वाले संविधान रक्षकों को सरकार सम्मानित करेगी. लेकिन किन्हीं कारणों की वजह से ऐसा नहीं हो पाया. लंबे इंतजार के बाद आज करनाल जिला सचिवालय में आयोजित सम्मान कार्यक्रम में सीटीएम मोनिका ने करनाल जिले के 34 विशिष्ट लोगों को ताम्रपत्र देकर सम्मानित किया.
ताम्रपत्र देने के दौरान लापरवाही :लेकिन अब करनाल में हुए इस सम्मान कार्यक्रम ओर ताम्रपत्र आवंटन पर सवाल खड़े हो गए हैं. आपातकाल में जेल की सलाखों में रहे लोगों को जिस ताम्रपत्र से सम्मानित किया गया, वो पिछली सरकार के कार्यकाल में बना हुआ है.
ताम्रपत्रों पर मनोहर लाल खट्टर को बताया मुख्यमंत्री :ताम्रपत्रों पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का नाम लिखा गया है जबकि उन्हें हरियाणा का सीएम पद छोड़े हुए 11 महीने हो चुके हैं. फिलहाल हरियाणा के मौजूदा मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी हैं. ऐसे में पुराने ताम्रपत्र दिए जाने से अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो गए हैं.