मथुरा: ब्रज में हरियाली तीज का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है दूर दराज से लाखों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने के लिए मंदिरों में पहुंच रहे हैं. प्रसिद्ध बांके बिहारी मंदिर मैं ठाकुर जी सोने चांदी से जड़ित सिंहासन झूले में विराजमान होकर भक्तों को दर्शन दिए वर्ष में एक दिन झूले में बैठकर ठाकुर जी दर्शन देते हैं जिला प्रशासन ने सुरक्षा के किए व्यापक के इंतजाम भीड़ को देखते हुए जिला प्रशासन ने पुलिस बल के साथ पीएसी तैनात की है.
बांके बिहारी मंदिर में धूमधाम से मनाई गई हरियाली तीज. (video credit: etv bharat) बांके बिहारी मंदिर में विशेष दर्शनसावन के महीने में हरियाली तीज का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है. वृंदावन के प्रमुख मंदिर बांके बिहारी मंदिर प्रेम मंदिर और राधा रमन सहित सभी मंदिरों में श्रद्धालु दर्शन करने के लिए पहुंच रहे हैं बांके बिहारी मंदिर में ठाकुर जी सोने चांदी से जड़ित विशाल हिंडोला मैं विराजमान होकर भक्तों को दर्शन दे रहे हैं. वर्ष में एक दिन झूले में सवार होते हैं ठाकुर जी बांके बिहारी मंदिर के पूरे प्रांगण में हरे और सफेद रंग के गुब्बारे के साथ विशेष सजावट की गई है. मंदिर में उमड़े भक्त. (photo credit: etv bharat) 20 किलो सोना एक कुंतल चांदी का है हिंडोलावैसे तो ठाकुर बांके बिहारी जी के अनंत भक्त हैं देश दुनिया भर में बिहारी जी का प्यार भक्तों के प्रति देखा जाता है वृंदावन के भक्ति हर गुलाबचद बेरीवाल ने बिहारी जी के लिए विशाल हिंडोला जो कि नेपाल के टनकपुर जंगलों से चंदन की लड़कियां मंगवाकर विशाल हिंडोला 20 किलो सोना, एक कुंतल चांदी से तैयार करवाया गया था. हिंडोला बनने में 5 वर्ष का समय लगा था और बनारस के कुशल कारीगरों ने हिंडोला बनाया और 15 अगस्त 1947 को पहली बार झूले में विराजमान हुए थे ठाकुर बांके बिहारी जी. प्रशासन की व्यवस्थाहरियाली तीज को लेकर जिला प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं पूरे वृंदावन क्षेत्र तीन जोन और आठ सेक्टर में विभाजित किया है दुर दराज से आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कोई असुविधा न हो उसके लिए अस्थाई पार्किंग भी बनाई गई है रूट डायवर्जेंट के साथ-साथ पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं हरियाली तीज पर मंदिरों में दर्शन करने के लिए 5 लाख से अधिक से श्रद्धालु वृंदावन पहुंचते हैं. ये भी पढ़ेंः अयोध्या गैंग रेप पीड़िता का कराया गया एबॉर्शन; हालत स्थिर, डॉक्टर बोले- बच्ची के भविष्य के लिए था जरूरी