हरदा: खातेगांव की लुटेरी दुल्हन सहित गिरोह को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. आरोपियों में दुल्हन के अलावा उसके माता-पिता, बुआ और मुंह बोला मामा शामिल है. वहीं गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने जेवरात और नकदी जब्त की है. बता दें कि हरदा शहर के श्यामानगर निवासी युवक ने जून महीने में देवास जिले के खातेगांव की युवती से शादी की थी, लेकिन दुल्हन पांच दिनों में ही एक लाख रुपए नकद और 90 हजार रुपए के जेवरात लेकर फरार हो गई थी. पीड़ित युवक ने जिसकी शिकायत थाने में दर्ज कराई थी.
लूटेरी दुल्हन सहित 5 आरोपी गिरफ्तार
युवक की रिपोर्ट पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए लुटेरी दुल्हन सहित गिरोह के पांच आरोपियों को पकड़ने में सफलता हासिल की. रविवार को एसपी अभिनव चौकसे, एसडीओपी अर्चना शर्मा, टीआई प्रहलादसिंह मर्सकोले ने प्रेस कॉन्फ्रेंस लेकर लुटेरी दुल्हन गिरोह का पर्दाफाश किया. उन्होंने बताया कि आरोपियों के कब्जे से नकदी और जेवरात बरामद कर लिया गया है.
आरोपियों ने शादी के पहले परिवार से लिए एक लाख रुपए
पुलिस ने बताया कि, ''पीड़ित अजय पांडे के घर 23 जून को लुटेरी दुल्हन अनिता दुबे, उसकी मां रेखा बाई, पिता गजानंद दुबे, दुल्हन की बुआ पूजा उर्फ चांदनी दुबे तथा दुल्हन का मुंह बोला मामा रामभरोस जाट आए थे. वह अजय और उसके पिता रमेश पांडे से बातचीत करते हुए शादी के लिए राजी हो गए थे, लेकिन उन्होंने शर्त रखी थी, कि शादी के पहले उन्हें 1 लाख रुपए देने होंगे. जिस पर रमेश पांडे पैसे देने को तैयार हो गए थे. उन्होंने बैंक से 1 लाख रुपए लाकर लुटेरी दुल्हन के परिजन को दिए थे. जिसके बाद उन्होंने अगले दिन यानी 24 जून को शहर के गायत्री मंदिर में शादी करा दी थी.''
पार्क में घूमने के बहाने जेवरात लेकर भागीदुल्हन
30 जून को अनिता ने पति से बाहर घुमाने के लिए कहा था. जिस पर वह शहर के नेहरु पार्क में ले गया था. जहां पर कुछ देर दोनों बैठकर बातचीत करते रहे, तभी अनिता ने अजय से कहा कि, ''उसे कुछ खाना है, बाहर से लेकर आ जाओ. अजय पार्क के बाहर से कुछ खाने-पीने की चीजे खरीदकर लौटा, तो उससे अनिता कहीं नहीं मिली. इसके बाद उसने पूरे पार्क और सड़कों पर दुल्हन की तलाशा की, लेकिन वह नहीं मिली. जिसके बाद अजय ने सिटी थाने में अनिता की गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया था.''