रांचीः झारखंड पुलिस की बेहतर रणनीति की वजह से विधानसभा चुनाव से पहले चरण में मतदाताओं ने उत्साह के साथ निर्भीक होकर जमकर मतदान किया है. साथ ही नक्सल प्रभावित जिलों में भी बंपर वोटिंग हुई है. झारखंड पुलिस के आईजी अभियान अमोल वी होमकर की रणनीति का विशेष फायदा मिला है.
झारखंड के 15 जिलों में विधानसभा चुनाव के पहले चरण में मतदान हुआ. विधानसभा चुनाव के पहले चरण में नक्सलियों के मांद में मतदान करने के लिए ग्रामीण बेखौफ होकर बाहर निकले. इसके पीछे झारखंड पुलिस के आईजी अभियान का विशेष सहयोग रहा है. झारखंड पुलिस के आईजी अभियान सह पुलिस नोडल पदाधिकारी भी हैं.
बुधवार को लोकतंत्र के महापर्व में मतदान करने के लिए आईजी अभियान एवी होमकर अपनी पत्नी के साथ रांची के डिबडीह स्थित मतदान केंद्र पहुंचे. दोनों ने लाइन में लगकर बाकायदा आम लोगों की तरह अपने मत का प्रयोग किया. मतदान के बाद आईजी होमकर ने बताया कि झारखंड के 15 जिलों में जहां-जहां मतदान हो रहे हैं, हर जगह स्थिति सामान्य है. नक्सल प्रभावित जिलों में ग्रामीणों के द्वारा लोकतंत्र के महापर्व में जिस तरह से सहभागिता दिखाई गई है वह अपने आप में अनूठा है.
आईजी अभियान एवी होमकर ने बताया कि सुरक्षा के तगड़े इंतजामों के बीच शांतिपूर्ण चुनाव करवाना पुलिस के लिए बेहद चुनौती पूर्ण था, जिसे हमने पूरा किया है. झारखंड विधानसभा चुनाव की घोषणा से पूर्व ही लगातार नक्सलियों के खिलाफ बड़े अभियान चलाकर उन्हें एक सीमित क्षेत्र में रोक देने में आईजी अभियान और उनकी टीम का प्रमुख योगदान रहा है.
आईजी अभियान ने बताया की 15 जिलों में 600 कंपनी सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है. इसके अलावा झारखंड पुलिस और होमगार्ड जवान भी चुनाव में शांतिपूर्ण मतदान के लिए ड्यूटी कर रहे हैं. कंट्रोल रूम से पूरे झारखंड पर नजर रखी जा रही है. आईजी अभियान ने लोगों से अपने मताधिकार का प्रयोग करने की अपील की है.