गिरिडीहः विधानसभा प्रत्याशी के पक्ष में फतवा जारी करना महंगा पड़ा है. गिरिडीह जिला प्रशासन ने इसे गंभीरता से लिया है और धनवार थाना में आदर्श आचार संहिता उल्लंघन का मामला दर्ज करवाया गया है. यह प्राथमिकी जिलाधिकारी सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी के निर्देश पर किया गया है. प्राथमिकी में ऑल इंडिया मोमिन मुवमेंट के अध्यक्ष फैयाज अहमद रजा एवं संयुक्त सचिव रसिद अंसारी को अभियुक्त बनाया गया है. इसकी पुष्टि जिला प्रशासन ने की है.
क्या है पूरा मामला
दरअसल धनवार विधानसभा सीट पर झारखंड मुक्ति मोर्चा ने निजामुद्दीन अंसारी को प्रत्याशी बनाया है. निजामुद्दीन को प्रत्याशी बनाए जाने के बाद ऑल इंडिया मोमिन मुवमेंट के अध्यक्ष फैयाज अहमद रजा एवं संयुक्त सचिव रसिद अंसारी ने एक नोटिस जारी किया. नोटिस में कहा गया कि धनवार विधानसभा के निजामुद्दीन अंसारी के अलावा जो भी मुस्लिम उम्मीदवार खड़ा होगा वह बाबुलाल मरांडी और भाजपा का एजेंट होगा, ऐसे उम्मीदवारों पर भरोसा ना करें.
प्रशासन द्वारा प्रेस रिलीज जारी करते बताया गया कि तंजीम मोजदी देअल फेसानी के पदाधिकारी वाट्सएप एवं फेसबुक में भ्रामक एवं झूठा खबर फैलाकर लोगों को उकसाने एवं दिग्भ्रमित करने का काम कर रहें हैं. यह मामला आदर्श आचार संहिता उल्लंघन का है. इस संबंध में बीएनएस एक्ट एवं लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम के सुसंगत धाराओं में कांड दर्ज कर अनुसंधान किया जा रहा है. जिलाधिकारी ने बताया कि अब तक जिले में आदर्श आचार संहिता उल्लंघन से संबंधित कुल 5 मामलों में प्राथमिकी दर्ज की गई है.
निजामुद्दीन से होगी पूछताछ
इधर बताया गया कि इस मामले में जेएमएम के प्रत्याशी निजामुद्दीन अंसारी से भी पूछताछ की जा सकती है. जांच अधिकारी यह जानकारी लेंगे कि ऑल इंडिया मोमिन मुवमेंट ने जो नोटिस जारी किया गया है उसपर क्या प्रत्याशी की भी सहमति है. वहीं दूसरी तरफ पुलिस की टीम कुछ वीडियो फुटेज को भी खंगाल रही है.
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