अयोध्या : सिद्ध पीठ हनुमान गढ़ी के निर्माणाधीन निकास द्वार के कार्य को पूरा करने के लिए बुधवार से बंद कर दिया गया है. यह निकास द्वार 2 अक्टूबर तक के लिए बंद रहेगा और 3 अक्टूबर से पुनः प्रारंभ हो रहे नवरात्रि से खोल दिया जाएगा. यह निर्णय हनुमान गढ़ी के पंचों के द्वारा बैठक कर लिया गया है. जिसकी जानकारी पूर्व अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत ज्ञान दास व महंत संजय दास ने दी है.
महंत संजय दास ने बताया कि मंदिर के निकट द्वार पर बीते 6 माह से निर्माण का कार्य चल रहा है. जिसमें सीढ़ियों को तैयार कर लिया गया है और अब उसके ऊपर छत लगाए जाने और मुख्य निकास द्वार का फाउंडेशन तैयार किया जायेगा. उन्होंने बताया कि मार्ग को बंद करने का मुख्य कारण रहा है कि किसी भी दर्शनार्थी को नुकसान न हो और सभी कार्य समय से सकुशल पूरे किए जा सकें. इसके लिए लगातार 24 घंटे कार्य किया जाएगा, वहीं बाद की दो शिफ्टों में 100 से अधिक मजदूरों को लगाया जाएगा. उन्होंने बताया कि निकास द्वार को राजस्थान के लाल पत्थरों से तैयार किया जाएगा.
हनुमान गढ़ी मंदिर में वृद्ध और दिव्यांग दर्शनार्थी भी बजरंगबली के दर्शन आसानी से कर सकेंगे. यहां पर 2 लिफ्ट की सुविधा होगी और एक लिफ्ट वीवीआईपी के लिए रिजर्व रहेगी और जिसे अगले दो से तीन माह में इंस्टॉल कर दिया जाएगा. महंत संजय दास ने बताया कि दो लिफ्ट प्रवेश द्वार और तीसरी लिफ्ट निकास द्वार के पास होगी. उन्होंने बताया कि टीले पर बने हनुमान गढ़ी मंदिर का जीर्णोद्धार कार्य शिफ्ट वाइस होगा. जिससे मंदिर की सुरक्षा भी बनी रहे. मंदिर परिसर में गर्भगृह के आसपास क्षेत्र को भी चौड़ा किया जायेगा. जिससे बड़ी संख्या में श्रद्धालु आसानी से गर्भगृह की परिक्रमा कर सकें.