ग्वालियर।ग्वालियर जिले के जौरासी इलाक़े के ग्राम बिलौआ में 13 जुलाई को एक महिला ग़ायब हो गई. गांव के होटल संचालक जनवेद सिंह किरार ने थाने पहुंचकर पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसकी पत्नी प्रगति दो दिन से लापता है, पुलिस ने भी गुमशुदगी दर्ज की. इसके बाद महिला की तलाश शुरू की गई. पुलिस को जांच में पता चला कि महिला की हत्या की गई है. ग्वालियर एएसपी शियाज केएम के अनुसार "गुमशुदगी का केस दर्ज होने के बाद ही पुलिस को महिला के पति पर शक हो गया था."
मायके पक्ष के बयानों से मिला पुलिस को सुराग
इसके बाद साइबर सेल और बिलौआ पुलिस की एक जॉइंट टीम बनाई. पुलिस टीम ने जब महिला के मायके पक्ष से बातचीत की तो यह बात सामने आयी कि फ़रियादी जनवेद और उसकी पत्नी प्रगति में अक्सर अनबन रहती थी. क्योंकि वह अपनी पत्नी के चरित्र पर शंका करता था. जिसकी वजह से पति आये दिन मारपीट भी करता था. इसके बाद पुलिस ने मुखबिर तंत्र सक्रिय किया तो पता चला कि महिला की हत्या हो चुकी है और उसे कहीं दफ़ना दिया गया है. पुलिस ने साइबर सेल को एक्टिव किया और सभी के मूवमेंट ट्रैक किए. आख़िर में हत्या के शक की सुई फ़रियादी यानी महिला के पति जनवेद पर अटक गई. पुलिस ने जब पति से सख्ती से पूछताछ की उसने हत्या क़बूल कर ली.
पति ने की हत्या के सबूत मिटाने की कोशिश
पति ने पुलिस को बताया "उसकी पत्नी किसी से मोबाइल पर बात करती थी. 8 जुलाई को भी उसकी पत्नी फ़ोन पर किसी से बात कर रही थी. उसे शक हुआ तो दोनों के बीच बहस हुई, जो मारपीट में बदल गई. इसके बाद पति ने अपनी पत्नी को बेरहमी से पीटा. इस दौरान महिला की मौत हो गई." वारदात के बाद सबूत मिटाने में छोटे भाई के साथ ही परिवार के दो और लोग आरोपी के पिता और चाचा ने भी उसका साथ दिया. चारों ने मिलकर रात के अंधेरे में महिला के शव को अपने होटल के पीछे बने खेत के कुएं में 4 फीट खोदकर गाड़ दिया. इसके बाद अगले दिन पुलिस में झूठी रिपोर्ट लिखा दी.