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अतिथि शिक्षकों की नीतीश सरकार से गुहार, 'हमलोगों को भी बहाली में मौका दिया जाए' - BIHAR TEACHER RECRUITMENT

विशिष्ट शिक्षकों को नियुक्ति पत्र मिलने के बाद अतिथि शिक्षक भी सरकार से गुहार लगा रहे हैं. वो अगली शिक्षक बहाली में मौका चाहते हैं.

Bihar teacher Recruitment
अतिथि शिक्षक की मांग (ETV Bharat)

By ETV Bharat Bihar Team

Published : Nov 24, 2024, 9:04 AM IST

Updated : Nov 24, 2024, 1:45 PM IST

पटना: शिक्षा विभाग ने हाल ही में 1.14 लाख विशिष्ट शिक्षकों को नियुक्ति पत्र सौंपा है. इसके साथ ही विभाग ने नियुक्ति पत्र कार्यक्रम के दौरान घोषणा कर दी कि तीसरे चरण के सफल शिक्षक अभ्यर्थियों की जल्द बहाली की जाएगी. हालांकि तीसरे चरण में माध्यमिक और उच्च माध्यमिक का अभी रिजल्ट नहीं आया है. इसी बीच प्रदेश के अतिथि शिक्षकों ने सरकार से यह गुहार लगाई है कि सरकार सबकी सुन रही है, तो उनकी भी सुनें. अतिथि शिक्षक सरकार से सिर्फ एक मौका मांग रहे हैं.

अतिथि शिक्षकों की खत्म हो गई है आयु: बिहार के अतिथि शिक्षकों के संगठन के अध्यक्ष कुमार संजीव ने कहा कि साल 2018 में जब प्रदेश में शिक्षकों की कमी थी तो उन लोगों की बहाली हुई. लेकिन इस वर्ष 2024 के मार्च महीने में घोषणा कर दिया गया कि एक अप्रैल से प्रदेश के 4257 अतिथि शिक्षकों से सेवा नहीं ली जाएगी. यह निर्णय जब हुआ तब पहले और दूसरे चरण की शिक्षक बहाली प्रक्रिया पूरी हो गई थी. पहले और दूसरे चरण में अभ्यर्थियों को फॉर्म भरने में 10 साल की आयु सीमा की छूट थी लेकिन तीसरे चरण के शिक्षक बहाली में यह छूट खत्म कर दी गई और अधिकतम आयु सीमा 35 वर्ष ही रह गई.

अतिथि शिक्षक की सरकार से मांग (ETV Bharat)

हाई कोर्ट के निर्देश पर 25 अंक का वेटेज: कुमार संजीव ने कहा कि हाईकोर्ट ने उन लोगों को शिक्षक बहाली परीक्षा में 25 अंक का वेटेज दिया है. लेकिन समस्या यह है कि इस 25 अंक का क्या करेंगे जब वह परीक्षा में ही सम्मिलित नहीं हो पाएंगे. प्रदेश के लगभग सभी अतिथि शिक्षकों की आयु 35 वर्ष से अधिक हो चुकी है और सभी परीक्षा में बैठने की आयु सीमा की अर्हता को पार कर चुके हैं.

बढ़ती उम्र के साथ बढ़ी शिक्षकों परेशानी:शिक्षक इस उम्र में अब कहां जाएंगे उसकी चिंता है. बेरोजगार अतिथि शिक्षकों के ऊपर परिवार का भरण पोषण कर पाने में अक्षमता की स्थिति उत्पन्न हो गई है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में जब इंटरमीडिएट के रिजल्ट अच्छे नहीं आ रहे थे तब उनकी बहाली हुई और उन लोगों ने विद्यालय में निष्ठा से सेवा दी, जिसका परिणाम हुआ कि 2018 के बाद बिहार के इंटर के रिजल्ट में सुधार हुआ.

चौथे चरण की बहाली में शामिल करने की डिमांड: कुमार संजीव ने कहा कि उनकी निष्ठा का फल सरकार ने इस कदर दिया कि उन्हें बेरोजगार कर दिया. इस मामले को लेकर वह सभी राजनीतिक दलों के पास गए. विभाग के मंत्री से मिले, सदन में प्रश्न उठा, लेकिन सिर्फ आश्वासन ही मिला. शिक्षा मंत्री रहते हैं कि आपको शिक्षक बहाली परीक्षा में बैठने पर 25 अंक का वेटेज दिया जा रहा है लेकिन बड़ी बात यह है कि शिक्षक 35 वर्ष की आयु सीमा को पार कर गए हैं, ऐसे में वह परीक्षा में नहीं बैठ सकते हैं.

"पहले और दूसरे चरण की शिक्षक बहाली जो हुई है उसमें उच्च माध्यमिक में शिक्षकों के काफी पद रिक्त रह गए हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से यही मांग करते हैं कि अब जो शिक्षक भर्ती परीक्षा आएगी उसमें अतिथि शिक्षकों को बैठने का मौका दिया जाए. अन्यथा पहले और दूसरे चरण के रिक्त सीटों पर उन्हें समायोजित किया जाए."-कुमार संजीव, अध्यक्ष, अतिथि शिक्षक संगठन

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Last Updated : Nov 24, 2024, 1:45 PM IST

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