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फेमस डिश इंद्रहर का राज्यपाल ने लिया जायका, बैगा परिवार के यहां किया भोजन - GOVERNOR MANGUBHAI PATEL IN SHAHDOL

मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने विंध्य क्षेत्र की इंद्रहर की कढ़ी, लहसुन और टमाटर की सिलबट्टे पर बनी चटनी, कुटकी की खीर का लिया जायका.

GOVERNOR MANGUBHAI PATEL IN SHAHDOL
बैगा परिवार के यहां किया भोजन करते राज्यपाल मंगुभाई पटेल (ETV Bharat)

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Feb 25, 2025, 7:09 PM IST

Updated : Feb 25, 2025, 10:19 PM IST

शहडोल:मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल शहडोल जिले के दौरे पर रहे. जहां उन्होंने पंडित शंभूनाथ शुक्ल यूनिवर्सिटी में चौथे दीक्षांत समारोह में शिरकत की. इसके बाद वहीं पास में ही मौजूद धुरवार गांव भी पहुंचे, जहां उन्होंने हितग्राहियों से बात की और बैगा परिवार के यहां भोजन भी किया.

भोजन में क्या रहा खास

प्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा परिवार के यहां भोजन किया. उन्होंने धुरवार गांव के नन भैया बैगा के घर भोजन किया. जहां परिवार ने बहुत ही शानदार तैयारी कर रखी थी. पसही का चावल, जिसे लाल चावल के नाम से भी जाना जाता है और इसमें काफी संख्या में पोषक तत्वों की भरमार होती है. साथ ही विंध्य क्षेत्र की फेमस इंद्रहर की कढ़ी, लहसुन और टमाटर की सिलबट्टे में देसी अंदाज में बनी चटनी, मोटा अनाज कुटकी की खीर, मिक्स वेज, पालक पनीर, सेमी की साग, पापड़, सलाद, तवा रोटी का स्वाद चखा. उनके साथ वहां कि सरपंच मीराबाई बैगा ने भी भोजन किया.

राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने इंद्रहर का चखा स्वाद (ETV Bharat)

विंध्य के सबसे प्रसिद्ध व्यंजन का उठाया लुत्फ

सबसे खास बात ये रही कि राज्यपाल ने विंध्य क्षेत्र की सबसे फेमस डिश इंद्रहर की कड़ी का आनंद लिया. बता दें कि विंध्य क्षेत्र की यह सबसे फेमस और स्वादिष्ट डिश है और इसे बनाना भी इतना आसान नहीं होता है. इसे पुराने जमाने के बड़े बुजुर्ग ही बना पाते है. साथ ही ये काफी मशक्कत भरा काम होता है. राज्यपाल मंगुभाई पटेल के लिए इंद्रहर तो बनाया ही गया था साथ ही उसकी कढ़ी भी बनाई गई थी, जिसका स्वाद उन्होंने चखा.

शहडोल में राज्यपाल का स्वागत (ETV Bharat)

अलग अंदाज में किया गया स्वागत

धुरवार गांव में पहुंचते ही राज्यपाल मंगुभाई पटेल का विशेष अंदाज में स्वागत किया गया. जनजातीय संस्कृति के अनुरूप स्वागत किया गया. जिसमें जनजातीय संस्कृति के मुताबिक नगरिया से लैस नृत्य दल ने परंपरागत तरीके से नृत्य करके स्वागत किया और फिर इसके बाद जब बैगा परिवार नानभइया बैगा के घर राज्यपाल भोजन करने पहुंचे तो वहां ग्रामीणों ने कलश से अगुवाई कर स्वागत किया.

Last Updated : Feb 25, 2025, 10:19 PM IST

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