सीतामढ़ी: बिहार केसीतामढ़ी में माता जानकी की जन्मस्थली पुनौरा धाम मंदिर के लिए राज्य सरकार के बाद केंद्र सरकार ने पिटारा खोल दिया है. अयोध्या की तर्ज पर माता जानकी के मंदिर का विकास किया जाएगा. इसके लिए सरकार ने भूमि अधिग्रहण के लिए 120 करोड़ रुपए की सौगात दी है.
राज्य सरकार ने दिए थे 72 करोड़: मां जानकी की जन्मस्थली सीतामढ़ी जिला के पुनौरा धाम मंदिर के आसपास बेहतर पर्यटकीय सुविधाओं के विकास एवं आधारभूत संरचना के निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हो गई है. पुनौरा धाम मंदिर के विकास के लिए 72.47 करोड़ रुपए दिए थे तो वहीं अब सरकार भूमि अधिग्रहण के लिए 120 करोड़ रुपए देकर बड़ी सौगात दी है.
पुनौरा धाम का विकास:वर्तमान में रामायण परिपथ के अंतर्गत अयोध्या आने वाले श्रद्धालु और पर्यटक निश्चित रूप से जानकी की जन्म भूमि के दर्शन के लिए पुनौरा धाम पहुंचते हैं. अयोध्या से पुनौरा धाम जोड़ने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग भी बनाया जा रहा है. सुविधा बेहतर होने के कारण पुनौरा धाम में श्रद्धालु और पर्यटक अधिक संख्या में आएंगे.
"केंद्र और राज्य सरकार का यह कदम सराहनीय है. मंदिर विकसित होने से जहां लोगों को रोजगार मिलेगा. वहीं माता जानकी के दर्शन को लेकर देश-विदेश से लोग अधिक से अधिक संख्या में आएंगे."- कौशल किशोर दास, महंत
योजना से होगा विकास: इस योजना के तहत परिक्रमा पथ, सीता वाटिका, लव-कुश वाटिका, जानकी महोत्सव क्षेत्र का विकास, सुंदर वास्तुशिल्प से सुसज्जित दीवारें, पार्किंग और अन्य पर्यटकीय सुविधाओं का विकास वर्तमान में किया जा रहा है. इससे पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होगी और सरकार को राजस्व मिलेगा. स्थानीय लोगों के लिए रोजगार और व्यापार की संभावनाएं भी सृजित होगी.
50 एकड़ भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू: मां जानकी की जन्मस्थली सीतामढ़ी जिला के पुनौरा धाम मंदिर के आस-पास बेहतर पर्यटकीय सुविधाओं के विकास एवं आधारभूत संरचना के निर्माण के लिए 50 एकड़ भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हो गई है.
"जानकी मंदिर के आसपास के क्षेत्र को विकसित होने पर लोगों को रोजगार मिलेगा. करोड़ों की संख्या में लोग सीतामढ़ी आकर माता जानकी की जन्मस्थली पुनौरा धाम का दर्शन करेंगे."-श्रवण कुमार, सदस्य, पुनौरा धाम ट्रस्ट समिति