फिरोजाबाद : उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले में बीकॉम फाइनल ईयर की एक छात्रा ने खुदकुशी कर ली. छात्रा के परिजनों के मुताबिक, पुलिस भर्ती परीक्षा निरस्त होने से यह छात्रा आहत थी, जिसकी वजह से उसने अपनी जीवन लीला समाप्त की है. मौके पर पहुंची पुलिस ने छात्रा के शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद उसे परिजनों के सुपुर्द कर दिया है. पुलिस का कहना है कि परिजनों से जो जानकारी मिली है, उसके मुताबिक यह छात्रा सरकारी जॉब न मिलने के कारण परेशान थी.
खुदकुशी की जानकारी मिलते ही मचा हड़कंप :घटना दक्षिण थाना क्षेत्र के नई बस्ती की है. यहां रहने वाले जगदीश की बेटी वर्षा (22 वर्षीय) का शव शनिवार को मकान के एक कमरे के अंदर मिला. युवती की खुदकुशी की जानकारी मिलते ही हड़कंप मच गया. परिजनों ने घटना की जानकारी तुरंत कोतवाली दक्षिण पुलिस को दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने परिजनों से पूछताछ की और छात्रा के शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया. छात्रा के पिता जगदीश ने बताया कि उनकी बेटी काफी होनहार छात्रा थी. जिसने कि इस साल बीकॉम फाइनल ईयर की परीक्षा दी थी. वह एसएससी की भी तैयारी कर रही थी. साथ ही उसने पुलिस भर्ती के लिए भी आवेदन किया था और उसकी भी तैयारी भी की थी. उसकी अन्य सहेलियों की जॉब लग चुकी थी. इधर, पुलिस की परीक्षा रद्द होने से वह काफी आहत थी. कई बार उसने परिजनों को यह बताया भी था कि पुलिस की परीक्षा रद्द होने से वह तनाव में रहती है. परिजनों को आशंका है कि पुलिस भर्ती परीक्षा रद्द होने की वजह से डिप्रेशन में आई छात्रा ने खुदकुशी की है.
सरकारी नौकरी न लगने के कारण परेशान थी छात्रा : थाना प्रभारी कोतवाली दक्षिण संजय कुमार पांडेय का कहना है कि छात्रा के परिजनों से बातचीत की गई थी तो उन्होंने यह बताया है कि छात्रा सरकारी नौकरी न लगने के कारण परेशान थी. उन्होंने बताया कि छात्रा के शव का पोस्टमार्टम करने के बाद उसे परिजनों के सुपुर्द किया गया है. सभी तथ्यों की जांच की जा रही है.
पूरे प्रदेश में 48 लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने दी है परीक्षा :उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती बोर्ड की तरफ से नागरिक पुलिस के सिपाही पदों की 60244 पदों के लिए बीते 17 व 18 फरवरी को चार पालियों में परीक्षा आयोजित कराई गई थी. इस परीक्षा के लिए प्रदेश के 75 जनपदों में 2385 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे. जहां पर करीब 50 लाख से अधिक अभ्यर्थियों को शामिल होना था. लेकिन, दो दिन की हुए इस परीक्षा में करीब 48 लाख अभ्यर्थी इसमें शामिल हुए थे, जिसमें से 6 लाख अभ्यर्थी दूसरे राज्यों से आए थे. 17 फरवरी को दूसरी पाली की परीक्षा के दौरान अभ्यर्थियों ने व्हाट्सएप पर पेपर लीक होने की बात कहकर इसका विरोध करना शुरू कर दिया था. इसके बाद परीक्षा समाप्त होने पर पुलिस भर्ती बोर्ड ने मामले की गंभीरता को देखते हुए पेपर लीक की जांच करने के आदेश दिए थे.