गिरिडीह : रामनवमी का त्योहार पूरे जिले में धूमधाम से मनाया जाता है. सैकड़ों स्थानों पर अखाड़े स्थापित किये जाते हैं. शहरी क्षेत्रों में भी अखाड़े का आयोजन किया जाता है. अष्टमी की रात से नवमी की सुबह तक और फिर नवमी की शाम से देर रात तक लोग अखाड़े में प्रदर्शन करते हैं. वहीं, विजयादशमी के दिन चैत्र नवरात्रि का विसर्जन भी होता है. इस दौरान हर जगह भारी भीड़ जमा हो जाती है. इस त्योहार को देखते हुए गिरिडीह जिला प्रशासन ने भी अपनी तरफ से पूरी तैयारी कर ली है.
अधिकारियों की प्रतिनियुक्ति पहले से ही की जा रही है. वहीं, थाना स्तर से भी गश्ती तेज कर दी गयी है. इस बीच रविवार की रात जिले के एसपी दीपक कुमार शर्मा शहरी क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने निकले. डीएसपी व थाना प्रभारी के साथ सभी लोग पैदल ही निकले. एसपी ने शहर के उन इलाकों को समझा जो क्रिटिकल माने जाते हैं. उन्होंने पुलिस अधिकारियों और जवानों को ऐसे इलाकों में 24 घंटे तैनात रहने का निर्देश दिया.
अखाड़ा समितियों से की बात
इस दौरान उन्होंने अखाड़ा समितियों के पदाधिकारियों से भी बात की. यह समझा गया कि रामनवमी में अखाड़े का रूट क्या है. कितनी भीड़ जुटती है. अखाड़े में किस प्रकार का प्रदर्शन होता है? एसपी ने समितियों के पदाधिकारियों के साथ बैठक करते हुए कहा कि आग जैसे खेलों पर पूर्ण प्रतिबंध है. इस दौरान एसपी ने जिन इलाकों से अखाड़ा गुजरता है, वहां से गुजरने वाले बिजली के तारों को भी देखा और जहां कोई कमी दिखी, उसे दुरुस्त कराने के लिए संबंधित विभाग के अधिकारियों से संपर्क करने की बात कही. इस दौरान एसपी ने अन्य समुदाय के लोगों से भी बात की और कहा कि इस त्योहार को आपसी प्रेम के साथ संपन्न कराना है.
सोशल मीडिया पर नजर