लखनऊःघोसीलोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी के सांसद राजीव राय ने खुद के और परिवार के जान को खतरा बताया है. उन्होंने जान से मारने की धमकी मिलने के मामले में लापरवाही बरतने का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि मामला दर्ज होने के बाद भी पुलिस प्रशासन गंभीरता नहीं बरत रहा है. पुलिस शिकायत को डस्टबिन में न डाले, पूरे मामले की जांच कर आरोपियों पर कार्रवाई करे.
मामले को लेकर शनिवार को समाजवादी पार्टी प्रदेश कार्यालय में घोसी सांसद राजीव राय ने मीडिया से बातचीत की. कहा कि साल 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले भी मुझे कई तरह की धमकी मिल रही थी. अब 20 सितंबर को मुझे फिर से मेरे बेटे का नाम लेकर धमकाया गया. धमकाने वाले व्यक्ति के पास मेरे बच्चे तक की जानकारी है. वह इस देश में रहता भी नहीं है. ऐसे में मुझे और मेरे परिवार को जान का खतरा है. इसकी जानकारी मेरे पूर्व डीजीपी मित्र को हुई तो उन्होंने एफआईआर दर्ज कराने की बात कही.
सांसद ने कहा कि शुरू में तो पुलिस ने मामले को हल्के में लिया. इसे ऑनलाइन ठगी से जोड़ा. मेरे मित्र ने इसमें हस्तक्षेप किया तब जाकर पुलिस ने मुकदमा लिखा. उन्होंने कहा कि कई बार मेरा पीछा किया गया. इसकी जानकारी एसएसपी को दी. एसएसपी ने मुझे ही अनाप-शनाप कह डाला. 20 सितंबर को 10 बजकर 11 मिनट पर मुझे पाकिस्तान के नंबर से कॉल आई. बोलने वाला कहीं न कहीं इंडिया का ही था. उसने अपना नाम विजय बताया.
उसने मेरे बेटे का नाम भी ले लिया,. कहा कि काफी उड़ रहे हो, कुछ दिन के मेहमान हो जो करना हो कर लो. सांसद राजीव राय ने कहा कि मैंने उसी दिन कंप्लेन कर दिया था. 23 को मुकदमा लिखा गया. डीजी रैंक के अफसर के कहने पर मुकदमा लिखा गया. ये कड़वी सच्चाई है कि मैं एक आम नागरिक की तरह शिकायत करता रहा. मैंने हमेशा अपराधियों के खिलाफ बोला है. मेरे ऊपर कोई भी आपराधिक मामला नहीं दर्ज है.