नई दिल्ली:उत्तर प्रदेश की हाई प्रोफाइल गाजियाबाद सदर विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए आगामी 13 नवंबर 2024 को मतदान होगा. इस उपचुनाव ने राजनीति के गलियारे में हलचल बढ़ा दी है, जब विभिन्न राजनीतिक दलों और निर्दलीय उम्मीदवारों ने अपने नामांकन पत्र दाखिल किए.
इस चुनाव प्रक्रिया में कुल 26 नामांकन पत्र दाखिल किए गए थे, जिनमें से जांच के बाद 8 नामांकन पत्र निरस्त कर दिए गए हैं. ऐसे में गाजियाबाद सदर में 18 नामांकनों में से 14 प्रत्याशी चुनावी मैदान में डटे हुए हैं. इसमें 10 प्रत्याशी विभिन्न राजनीतिक दलों से हैं और 4 निर्दलीय उम्मीदवार हैं.
नामांकन पत्रों की जांच में जिन 8 उम्मीदवारों के नामांकन निरस्त हुए, उनमें सत्यम शर्मा, वीरेंद्र कुमार, सोम प्रताप गहलोत, कुलभूषण त्यागी, सतपाल चौधरी और विजय कुमार अग्रवाल शामिल हैं. वहीं, 30 अक्टूबर 2024 तक नामांकन पत्र वापस लेने की अंतिम तिथि निर्धारित की गई है, लेकिन अब तक किसी भी प्रत्याशी ने ऐसा नहीं किया है.
गाजियाबाद सदर विधानसभा सीट, जो पहले अतुल गर्ग के लोकसभा सदस्य निर्वाचित होने के बाद खाली हुई, हमेशा से भाजपा का गढ़ रही है. 2017 और 2022 के चुनावों में अतुल गर्ग ने भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा और बड़े मार्जिन से जीत हासिल की. यह सीट इस बार भी राजनीतिक पार्टियों के लिए महत्वपूर्ण बनी हुई है.
त्यौहारों के मौसम में जब आम लोग अपने घरों में रहना पसंद करते हैं, कई राजनीतिक दलों के प्रत्याशी इस मौके का फायदा उठाने में लगे हैं. दिवाली की छुट्टियों में प्रत्याशी घर-घर जाकर मतदाताओं से समर्थन मांग रहे हैं. विभिन्न राजनीतिक पार्टियों, जैसे भाजपा, सपा-कांग्रेस गठबंधन और बसपा, के नेता और पदाधिकारी चुनावी प्रचार में जुटे हुए हैं.