उत्तरकाशी:यमुनोत्री धाम और इसके आखिरी पड़ावों के ठोस कूडे़ के सुरक्षित निस्तारण के लिए जानकीचट्टी में नवनिर्मित सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट बेहद उपयोगी साबित हो रहा है. आधुनिक प्लाज्मा तकनीक से युक्त इस प्लांट ने यात्रा शुरू होने के साथ ही नियमित रूप से काम करना शुरू कर दिया है. इसमें रोजाना एक टन तक ठोस कूड़े का निस्तारण करने की व्यवस्था है.
2 करोड़ 36 लाख रुपए की लागत बना सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट:यमुनोत्री धाम और जानकीचट्टी समेत आस पास के क्षेत्रों में यात्रा सीजन में काफी मात्रा में प्लास्टिक व अन्य प्रकार का ठोस कूड़ा जमा होता है. इस कूड़े के सुरक्षित निस्तारण की चुनौती को देखते हुए उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद की ओर से प्रसाद योजना के तहत जानकीचट्टी में 2 करोड़ 36 लाख रुपए की लागत से सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट का निर्माण करवाया गया है.
एक टन कूड़े को 15 से 20 किलो राख में बदल देता है प्लांट:ब्रिडकुल की ओर से निर्मित यह प्लांट ठोस कूड़ा निस्तारण की प्लाज्मा तकनीक वाले देश के चुनिंदा सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट में से एक है. खास तकनीक के जरिए यह प्लांट एक टन कूड़े को 15 से 20 किलो हानिरहित राख में तब्दील कर देता है. कूड़े के निस्तारण से निकलने वाली गैसों का भी प्लांट के भीतर ही सुरक्षित ढंग से ट्रीटमेंट करने की व्यवस्था है.
जिसके कारण प्लांट की चिमनी से बाहर निकलने वाला धुआं अत्यधिक कम, सफेद रंग और हानिकारक गैसों से रहित होता है. इस प्लांट को रोजाना 8 घंटे तक संचालित करने पर करीब एक टन कूड़ा का निस्तारण करने की क्षमता है. इस प्लांट निर्माण कार्य पूरा होने के बाद यात्रा सीजन शुरू होने के साथ ही जिला पंचायत के माध्यम से इस नियमित संचालन करने की व्यवस्था की गई है.