विदेशी पर्यटकों के साथ धोखाधड़ी करने वाली गैंग का पर्दाफाश जयपुर.राजधानी की पर्यटन थाना पुलिस ने विदेशी पर्यटकों के साथ डब्बेबाजी (धोखाधड़ी) करने वाली गैंग का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने गैंग के सरगना समेत तीन आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. धोखाधड़ी के मामले में आरोपी असगर, शरीफ बैक और कयूम को गिरफ्तार किया गया है. आरोपियों ने विदेशी पर्यटक को कानून का डर दिखाकर जेल भेजने की धमकी देकर लाखों रुपए हड़प लिए थे.
जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसेफ के मुताबिक ईमेल के जरिए जापान में बैठे विदेशी पर्यटक से शिकायत प्राप्त करके मुकदमा दर्ज किया गया और तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है. अन्य फरार चल रहे आरोपियों की तलाश की जा रही है. गत 28 मार्च को पर्यटक थाने में परिवादी विदेशी पर्यटक सासों ताकेशी की ओर से ईमेल के जरिए मुकदमा दर्ज करवाया गया था कि 2 दिसंबर, 2022 को वह जयपुर घूमने आया था. होटल में ठहरा था. 3 दिसंबर, 2022 को होटल के बाहर एक ऑटो चालक मिला, जिसका नाम शरीफ था. ऑटो चालक जापानी भाषा बोल रहा था.
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उसकी पर्यटक से जयपुर घूमने के लिए बातचीत हुई. ऑटो चालक ने 600 रुपए में जयपुर घूमने की बात कही. दिनभर घूमते समय ऑटो चालक से अच्छी दोस्ती हो गई. ऑटो चालक शरीफ ने शाम को बोला कि तुम्हें अपने दोस्त के घर ले चलता हूं, जहां पार्टी करेंगे. ऑटो चालक की जापानी भाषा से प्रेरित होकर विदेशी पर्यटक उसके साथ चला गया. ऑटो चालक शरीफ ने अपने एक दोस्त कयूम को भी साथ में बुला लिया और झोटवाड़ा में असगर के घर पर लेकर चले गए. जहां एक व्यक्ति मुबारिक पहले से मौजूद था. सभी लोगों ने खाना खाया और पार्टी की. शरीफ और अन्य लोगों ने असगर को बहुत बड़ा व्यक्ति बताया. बड़े-बड़े सामाजिक कार्य करना बताया.
असगर ने कहा कि मैं तुम्हें बिजनेस करवाकर भारी मुनाफा दिलवाऊंगा. रात के समय होटल चले गए. अगले दिन पर्यटक को गंगा नदी देखने जाना था. लेकिन ऑटो चालक शरीफ और उसके दोस्त कयूम ने कहा कि असगर के गांव में बहुत बड़ी पार्टी है, वहां चलकर एंजॉय करेंगे. आरोपी विदेशी पर्यटक को सीकर की तरफ रामगढ़सेठान गांव लेकर चले गए. जहां 2 दिन तक रखा और बड़े-बड़े प्रलोभन दिए गए.
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जेल भेजने की धमकी देकर ठगा:6 दिसंबर, 2022 की रात को दो फर्जी पुलिसकर्मी मकान के अंदर आए और भांग का धंधा करने की बात बोलने लगे. विदेशी पर्यटक पर झूठे आरोप लगाने लगे और जेल भेजने की धमकी देने लगे. असगर ने पुलिसकर्मियों से पैसे लेकर छोड़ने की बात की. आरोपियों ने पर्यटक के पास जो नगदी थी, वह ले ली. फिर भी संतुष्ट नहीं हुए, तो असगर ने कहा कि क्रेडिट कार्ड से गोल्ड लेकर दे दो, तो तुम्हें छोड़ देंगे. अगले दिन सभी लोग पर्यटक को जयपुर लेकर आ गए.
30 लाख रुपए ठगे:जयपुर में दो बड़े शोरूम में क्रेडिट कार्ड से करीब 26.50 लाख रुपए का सोना खरीदवा कर ले लिया. सोना लेकर पर्यटक को एयरपोर्ट पर छोड़ दिया. पर्यटक जापान चला गया. जापान पहुंचने पर आरोपी असगर ने व्हाट्सएप चैटिंग करके 2.87 लाख रुपए मुबारिक के खाते में डलवा लिए. इस तरह से पीड़ित के साथ करीब 30 लाख रुपए की ठगी कर ली गई. आरोपियों से पूछताछ की जा रही है. पूछताछ में और भी कई वारदातों का खुलासा होने की संभावना है.
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वारदात का तरीका: आरोपी एक ग्रुप बनाकर विदेशी पर्यटकों के साथ ठगी करते थे. ग्रुप में से एक व्यक्ति ऑटो चालक जिसको विदेशी भाषाओं का ज्ञान होता था. जापानी बोलता था और जयपुर घूमने आने वाले जापानी पर्यटक को जयपुर घूमाने के बहाने दोस्ती कर लेते थे. विदेशी पर्यटक उनकी भाषा से प्रभावित हो जाते थे. इसके बाद पर्यटक को अपने दोस्त से मिलवाते थे. खाना खाने के लिए अपने घर पर ले जाने के लिए आमंत्रित करते थे.
आरोपी पर्यटक को अपने साथ ले जाकर पार्टी करते थे. सरगना मोटा मुनाफा कमाने का लालच देता था. बाद में अपने गांव सीकर ले जाकर घर पर रखते थे. पर्यटक से उसके बैंक में जितनी राशि होती थी, उसके संबंध में जानकारी लेते थे. पर्यटक के पास ज्यादा रकम होने पर घर पर दो साथियों को फर्जी पुलिसकर्मी बनकर बुलाते थे और भांग बेचने का आरोप लगाते थे. विदेशी पर्यटक को जेल भेजने की धमकी देते थे.
फर्जी पुलिसकर्मियों को बुलाकर डराते थे:फर्जी पुलिसकर्मियों से विदेशी पर्यटक को पैसे लेकर छोड़ने की बातचीत की जाती थी. विदेशी पर्यटक के पास जो भी नगदी होती थी, उसे ले लेते थे और अधिक पैसों की मांग करते थे. जिस पर पर्यटक की ओर से राशि नहीं होने के बारे में बताया जाता था, तो सरगना पर्यटक को बोलना था कि आपके पास क्रेडिट कार्ड है, उससे सोना खरीद कर दे. पर्यटक डरकर उसके साथ उनके बताया अनुसार शोरूम पर जाता. पर्यटक के क्रेडिट कार्ड से जितनी भी रकम होती थी, उसका 24 कैरेट सोना खरीद लेते थे. सोने को बाहर खड़े फर्जी पुलिसकर्मी को देने का नाटक करते थे और पर्यटक को विश्वास दिलाते थे कि आपको पुलिस बंद नहीं करेगी और एयरपोर्ट पर छोड़कर चले जाते थे.