चित्तौड़गढ़: निम्बाहेड़ा में पुलिस ने कृषि भूमि का नकली मालिक खड़ा कर फर्जी तरीके से रजिस्ट्री करवाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है. इस मामले में कस्बे की कोतवाली पुलिस ने सरगना सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जबकि दो महिलाओं सहित तीन आरोपियों की गिरफ्तारी शेष है. आरोपी कूटरचना कर जमीन के मालिक को बताए बिना ही उसके स्थान पर डमी मालिक खड़ा कर जमीन की फर्जी रजिस्ट्री कराते देते थे.
पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी ने बताया कि संगवाडिया थाना सदर निम्बाहेडा निवासी भैरुलाल रावत ने कोतवाली में दी रिपोर्ट में बताया कि उसकी, उसके भाई रुपलाल, बहन चन्दाबाई व माता लालीबाई की सगवाडीया में शामलाती खातेदारी कृषि भूमि स्थित है, जिसमें सभी का समान हक है. इसमें से रूपलाल एवं चन्दाबाई के हिस्से की भूमि को 01 मई 2024 को अज्ञात व्यक्तियों ने फर्जी दस्तावेज बनाकर निम्बाहेड़ा तहसील के सतखंडा निवासी बहादुरसिंह रावत पुत्र मोहनलाल रावत के नाम रजिस्ट्री करवा दी. इसमें गवाह समेलिया निवासी लाखन नायक पुत्र कनीराम नायक और रानीखेडा निवासी बाबरु भील पुत्र उंकारलाल भील को बनाया गया. इसी प्रकार भेरुलाल एवं लालीबाई के हिस्से की जमीन की 09 मई 2024 को अज्ञात व्यक्तियों ने फर्जी कूटरचित दस्तावेज को निर्मित कर उसी बहादुरसिंह रावत के नाम फिर से बेचान रजिस्ट्री करवा दी. इस मामले में गवाह लाखन नायक एवं गवाह राजेन्द्र नायक के हस्ताक्षर हैं, जबकि असली मालिकों ने अपनी जमीन बेची ही नहीं.
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