श्रीनगर: अंकिता भंडारी हत्याकांड मामले में श्रीनगर में प्रदर्शन जारी है. बीते रोज अंकिता हत्याकांड मामले में वीवीआईपी के नाम के खुलासे के साथ ही गिरफ्तारी की मांग को लेकर सैकड़ों लोग सड़कों पर उतरे. प्रदर्शनकारियों ने हाईवे को जाम कर दिया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने सरकार का पुतला भी फूंका. देर रात पुलिस ने अंकिता हत्याकांड मामले को मुखरता से उठा रहे आशुतोष नेगी को उनके एक पुराने मामले में गिरफ्तार कर लिया. आशुतोष नेगी की गिरफ्तारी के बाद श्रीनगरवासियों में आक्रोश है. श्रीनगर में प्रदर्शनकारियों को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने समर्थन दिया.
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा वे अंकिता भंडारी के परिजनों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं. उन्होंने कहा कि अंकिता भंडारी के परिजनों की हिम्मत तोड़ने, आंदोलन को कमजोर करने के लिए आशुतोष नेगी को जेल भेजने का कार्य सरकार ने किया है. गणेश गोदियाल ने कहा कि सरकार की मंशा कभी पूरी नहीं होने देंगे. उन्होंने कहा वे खुद अब आंदोलन को धार देंगे. उन्होंने कहा अंकिता के परिजनों की हर संभव मदद के लिए वे खड़े हैं. इसके साथ ही गणेश गोदियाल ने 7 और 8 मार्च को अपने सभी कार्यक्रम निरस्त कर दिए हैं. उन्होंने बयान जारी करते हुए कहा वे इन दोनों दिन अंकिता के परिजनों के साथ पीपलचौंरी में धरना देंगे. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कांग्रेस न्याय के इस आंदोलन को कभी कमजोर नहीं होने देगी.
किस मामले में हुई आशुतोष की गिरफ्तारी:बता दें विकास खंड कल्जीखाल के पयासू गांव निवासी राजेश सिंह कोली राजा ने मई 2022 में एसएसपी व डीएम पौड़ी को एक शिकायत सौंपी की थी. जिसमें शिकायतकर्ता ने चार लोगों पर मारपीट, गाली-गलौज, जान से मारने की धमकी व जातिसूचक शब्दों के उपयोग का आरोप लगाया था. मुकदमा दर्ज न किए जाने पर शिकायतकर्ता ने बीते 2 जनवरी को एसएसपी कार्यालय परिसर पौड़ी और 4 जनवरी को डीएम कार्यालय परिसर के बाहर हेमवती नंदन बहुगुणा मूर्ति स्थल में सांकेतिक धरना दिया. बाद में पुलिस ने सीओ सदर की जांच के बाद 5 जनवरी को उत्तम नेगी, आशुतोष नेगी, अंकित बिष्ट व दीप मैठाणी के खिलाफ एससीएसटी, आईटी एक्ट, गाली-गलौज सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया था.