महराजगंज :जिले के विशुनपुर गबड़ुआ गांव में पंडित दीनदयाल योजना के तहत हरिजन बस्ती को जोड़ने वाली सड़क का निर्माण कार्य स्वीकृत किया गया था. इसके लिए 66.64 लाख रुपये का बजट भी निर्धारित किया गया था. विभागीय रिकॉर्ड के अनुसार, सड़क का निर्माण 23 मई 2023 को शुरू हुआ और 22 सितंबर 2023 को पूरा कर लिया गया था, लेकिन जब लोक निर्माण विभाग के कर्मचारी लोकार्पण शिलालेख लगाने पहुंचे तो यह खुलासा हुआ कि सड़क का निर्माण तो हुआ ही नहीं है.
इतने मीटर बनाई जानी थी सड़क :0.97 किमी यानी कि 970 मीटर की दूरी तक सड़क बनाई जानी थी. इसके लिए कुल 66.64 लाख रुपए की स्वीकृति 23 फरवरी 2023 को प्राप्त हुई थी. इसका भुगतान सहायक अभियंता की रिपोर्ट पर अधिशासी अभियंता की ओर से किया गया था.
जानकारी सामने आने के बाद गांव के लोग आक्रोशित हो गए. ग्रामीणों को यह भी पता चला कि निर्माण कार्य बिना पूरा किए ही भुगतान कर दिया गया था. सड़क के अभाव में गांव वासियों का गुस्सा बढ़ गया. उन्होंने इस गड़बड़ी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की.
मामले की गंभीरता को देखते हुए जिलाधिकारी अनुनय झा ने तुरंत कार्रवाई की. अधिशासी अभियंता सैय्यद अख्तर अब्बास की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय जांच कमेटी का गठन किया है. जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. इस धांधली पर ग्रामीणों में जबरदस्त नाराजगी है. उनका कहना है कि यह गांव शहीदों का गांव है.
ग्रामीणों ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. मुख्य विकास अधिकारी अनुराज जैन ने इस मामले में आश्वासन दिया है कि जांच निष्पक्ष रूप से की जाएगी और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी. अब सभी की निगाहें जांच रिपोर्ट और जिलाधिकारी के तरफ से की जाने वाली अगली कार्रवाई पर टिकी हुई हैं.