सरगुजा 30 कोचिंग की शुरुआत, आदिवासी बच्चों को मिल रही फ्री शिक्षा, जानिए यहां कैसी होती है पढ़ाई ? - Sarguja 30 coaching institutes - SARGUJA 30 COACHING INSTITUTES
सरगुजा में जिला कलेक्टर की पहल से सुपर 30 की तर्ज पर सरगुजा 30 कोचिंग शुरू की गई है. यहां जिले के आदिवासी बच्चों को मुफ्त में शिक्षा मुहैया कराई जा रही है.
सरगुजा:सरगुजा कलेक्टर विलास भोसकर संदीपन ने बड़ी पहल शुरू की है. उन्होंने सरगुजा में सरगुजा 30 कोचिंग क्लास खोल दिया है. इस कोचिंग में बच्चे मुफ्त में पढ़ते हैं. साथ ही यहां रहने और खाने की भी व्यवस्था प्रशासन ने मुफ्त में मुहैया कराई है.
जिला कलेक्टर ने की पहल: सरगुजा आदिवासी बाहुल्य जिला है. यहां गांव के बच्चों में प्रतिभा तो है लेकिन संसाधनों और पैसों के आभाव में ये बच्चे आगे नहीं बढ़ पाते हैं. ऐसे में शिक्षा विभाग और जिला पंचायत ने 3 साल पहले शासकीय स्कूल के बच्चों को नीट और जेईई की कोचिंग शुरू कराई थी. अब वर्तमान कलेक्टर ने इस प्रयास को मिशन के तहत शुरू किया.
यहां 10वीं और 12वीं के छात्र छात्राओं को इंजीनयरिंग और मेडिकल की प्रतियोगी परीक्षा को लेकर स्पेशल कोचिंग देकर मेरिट में लाने का प्रयास शुरू किया गया है. इसके साथ ही सप्ताह में 2 दिन और गर्मी की छुट्टियों में पूरे दिन नीट और जेईई की स्पेशल कोचिंग भी शुरू की गई है.
"मेरा घर गुतुरमा में है. पापा बिजनेस मैन हैं. यहां कोचिंग में हम लोग मेरिट में आने के लिए पढ़ रहे हैं. यहां के टीचर काफी मेहनत कर रहे हैं. एक एक प्रश्न पर डाउट क्लीयर करा रहे हैं.आगे मैं जेईई की परीक्षा देना चाहती हूं." -स्वर्ण आभा गुप्ता, छात्रा
"मैं छात्रावास में रहती हूं. मल्टीपरपज प्रांगण में चल रही कोचिंग में पढ़ती हूं. मेरा स्कूल और मेरा घर भट्ठी कला में है. मैं बोर्ड एग्जाम में मेरिट आने के लिए कोचिंग कर रही हूं. यहां काफी अच्छी पढ़ाई हो रही है. मेरे परिवार की आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं है कि मैं प्राइवेट कोचिंग जा पाती. सैल्यूट है इस कोचिंग को. मैं आगे नीट की तैयारी करूंगी." -पूजा राजवाड़े, छात्रा
"कलेक्टर सरगुजा के मार्गदर्शन में हम लोगों ने सरगुजा 30 नाम से कोचिंग शुरू की है. इसमें 10 वीं के 30 और 12 के 40 बच्चे हैं. हर विकासखंड से ऐसे मेधावी छात्रों का चयन कर उनको बोर्ड परीक्षा में मेरिट के लिए तैयार किया जा रहा है. छात्रावास और भोजन की व्यवस्था भी निशुल्क की गई है. हर शनिवार और रविवार को नीट और जेईई की परीक्षा के लिए क्लास लगती है. गर्मी की छुट्टियों में इनके लिए स्पेशल क्लास लगाई जाएगी."-अशोक सिन्हा, डीईओ
खास बात यह है कि इस कोचिंग का नाम सरगुजा 30 रखा गया है, जो बिहार के आनंद सर के सुपर 30 जैसा नाम है. यहां भी गरीब और मेधावी बच्चों को मुफ्त में पढ़ाया जा रहा है. बच्चों के बुक और स्लेबस का खर्चा भी प्रशासन की ओर से दिया जाता है. छात्रावास और भोजन की व्यवस्था भी नि:शुल्क की गई है. छत्तीसगढ़ में सरगुजा ही एक मात्र ऐसा जिला है, जहां इस तरह की खास पहल की गई है.