सरगुजा: चिटफंड कंपनी के नाम पर पांच करोड़ की ठगी का मामला सामने आया है. आरोप है कि ठगों ने सरगुजा संभाग के लोगों को ऑनलाइन ट्रेडिंग के नाम बहकाया और उनसे पैसे जमा करा लिए. जिन लोगों ने पैसे जमा किए उनको ये लालच दिया गया कि उनको हर महीने 10 से 12 फीसदी का ब्याज दिया जाएगा. कुछ महीनों तक तो लोगों को इंटरेस्ट मिलता रहा. बाद में कंपनी ने अपना सारा कारोबार समेट लिया और फरार हो गया. जिन लोगों ने पैसे फर्जी कंपनी में लगाए थे अब वो शिकायत लेकर पुलिस के पास पहुंचे हैं. बताया जा रहा है की 300 से ज्यादा लोगों ने पांच करोड़ जमा किए थे.
पांच करोड़ की ठगी का आरोप: एसपी दफ्तर पहुंचे सरगुजा संभाग के लोगों ने बताया कि उनको राजस्थान के भीलवाड़ा के रहने वाले दिनेश कुुमार जैन और महादेव प्रसाद जैन ने ठगा है. पीड़ितों का कहना था इनके साथ मध्य प्रदेश के नीचम के बरखेड़ी के रहने वाले कुलदीप सिंह पवार और जसवंत सिंह पवार भी ठगी में शामिल रहे. सभी ने मिलकर सरगुजा में हेजेक्स फंड के नाम से ऑनलाइन कंपनी का संचालन किया. बाद में कंपनी का नाम बदलकर लुकोस इंटरनेशनल कर दिया. पीड़ितों ने बताया कि वर्तमान में कंपनी फअरिक मार्केट के नाम से काम कर रही है.
लोगों ने बताया कैसे कंपनी ने झांसे में लिया: आरोप है कि कंपनी के निर्देशक और सह निर्देशक ने लोगों को बताया कि उनकी कंपनी भारत सरकार से मान्यता प्राप्त है और अलग अलग स्थानों पर उन्होंने अपना संस्थान भी खोल रखे हैं. कम्पनी ने ये भी झांसा दिया था कि उनके ऑनलाइन ट्रेडिंग कम्पनी में निवेश करने पर 10 से 12 प्रतिशत की इंटरेस्ट राशि दी जाएगी. नवापारा के रहने वाले शिकायतकर्ता रोचक मेवाती, संतोष लकड़ा और अन्य लोगों ने बताया कि शुरुआत में उन्हें कम्पनी से नियमित रूप से प्रतिमाह 10 से 12 प्रतिशत का कमीशन दिया जा रहा था लेकिन मार्च में चुनाव का हवाला देकर कंपनी ने पैसा देना बंद कर दिया.