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खेल-खेल में चिरौंजी समझ कर खा लिया कोसम बीज, 4 साल के बच्चे की मौत - CHILD DIED IN KORBA

कोरबा जिले में कोसम के बीज खाने से चार वर्षीय मासूम बालक की इलाज के दौरान मौत हो गई.

child died in Korba
चार साल के मासूम की मौत (ETV Bharat)

By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Dec 23, 2024, 4:02 PM IST

कोरबा : बालको थाना क्षेत्र के दैहानपारा में रहने वाले एक बच्चे की मौत कोसम के बीज खाने से हो गई. रविवार की दोपहर तीन बच्चे खेल खेल में घर में रखे कोसम के बीच को चिरौंजी समझकर खा गए. इसमें 4 साल के एक बच्चे दिव्यांश यादव की मौत हो गई है, जबकि दो अन्य की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है.

तीन बच्चों ने खाया कोसम का बीज :मृतक बालक के दादा महेश राम यादव ने बताया कि बच्चों ने कोसम बीज कल दोपहर को खाया था. तब मैं घर से बाहर था. बाद में मुझे पता चला कि बच्चों ने खेल खेल में ही घर में रखे कोसम फल के गुठली को तोड़ा. फिर अंदर से निकले छोटे बीज को चिरौंजी समझकर खा लिया. 4 साल के बालक दिव्यांश ने इस बीज का अधिक मात्रा में सेवन कर लिया था.

कोसम बीज खाने से मौत (ETV Bharat)

दोपहर में ही हम तीनों बच्चों को अस्पताल लेकर आए थे, लेकिन आज सुबह 4 साल के मेरे पोते ने दम तोड़ दिया. जबकि दो अन्य की हालत खतरे से बाहर बताई गई है, जिन्हें अस्पताल से छुट्टी दी जा रही है : महेश राम यादव, मृत बालक के दादा

क्या कहते हैं डॉक्टर :इस विषय में मेडिकल कॉलेज अस्पताल कोरबा के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट गोपाल सिंह कंवर ने बताया कि बच्चे को बेहद गंभीर हालत में रविवार के दोपहर हमारे पास लाया गया था. वह दो अन्य अस्पताल होते हुए यहां आए थे, इसलिए स्थिति बेहद नाजुक बनी हुई थी. अस्पताल पहुंचते ही बच्चे को वेंटिलेटर पर रखा गया था. इलाज के दौरान ही 4 साल के दिव्यांश में दम तोड़ दिया.

पोस्टमार्टम के दौरान बच्चे के पेट में बीज मिले हैं. उसने अधिक मात्रा में बीच का सेवन किया था. जिसके बाद उसे काफी मात्रा में उल्टी और दस्त हुई थी. शरीर डिहाइड्रेट होने की वजह से मौत होने की संभावना है. सटीक जानकारी अंतिम पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मिलेगी : गोपाल सिंह कंवर, मेडिकल सुपरिंटेंडेंट, मेडिकल कॉलेज अस्पताल कोरबा

बीज के जहरीले होने की संभावना नहीं : मेडिकल सुपरिंटेंडेंट गोपाल सिंह कंवर का कहना है कि यदि बीज जहरीला होता, तो दो अन्य बच्चों पर भी इसका असर होता. लेकिन जिन दो अन्य बच्चों ने इसका सेवन किया था, उनकी हालत फिलहाल स्थिर है.

स्थानीय फल है कोसम :कोसम एक स्थानीय फल होता है. छत्तीसगढ़ में इसे बड़े चाव से खाया जाता है. इसका स्वाद खट्टा मीठा होता है. यह फल हरे रंग के छिलके से कवर्ड होता है, जिसे छिलकर अंदर का गूदा वाले भाग को खाया जाता है, जो संतरे रंग का होता है. यह जंगली फल लगभग जामुन के आकार का होता है. इसके अंदर जामुन या बेर की तरह ही बीज भी पाया जाता है. हालांकि इसके बीज के जहरीला होने का कोई रिसर्च उपलब्ध नहीं है. यह जांच का विषय भी है. लेकिन बच्चे की मौत के केस में अब तक कोसम बीज को खाने से ही बच्चों की तबीयत बिगड़ी थी.

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