जमशेदपुरः पूर्व सांसद और कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ अजय कुमार ने अमित शाह के झारखंड दौरे पर चुटकी ली है. उन्होंने कहा है कि हम चाहते हैं कि अमित शाह बार बार झारखंड आएं. भाजपा का जमानत जब्त हो जाएगा. वही रेल यात्रियों की सुरक्षा पर कहा कि भारत सरकार रेल सुरक्षा कवच लगाने में गंभीर नहीं है. यात्रियों की जान जोखिम में रहती है. ये सारी बातें अजय कुमार ने जमशेदपुर में कही
पूर्व सांसद डॉ अजय कुमार बिष्टपुर स्थित सर्किट हाउस में मीडिया से बातचीत के दौरान केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा है. डॉ अजय कुमार ने साफ तौर पर कहा कि केंद्र सरकार रेल यात्रियों की सुरक्षा को लेकर गंभीर नहीं है. अगस्त 2021 से ट्रेन दुर्घटनाओं और सुरक्षा मुद्दों के कारण 329 यात्रियों की जान चली गई. उन्होंने पिछले 10 सालों में हुए बड़े रेल हादसे का आंकड़ा बताया. उन्होंने कहा कि एनडीए की सरकार रेल यात्रियों की जान से खिलवाड़ कर रही है
- 26 मई, 2014 गोरखधाम एक्सप्रेस 25 यात्रियों की मौत 50 से ज्यादा घायल
- 20 मार्च 2015 जनता एक्सप्रेस 58 यात्रियों की मौत 150 से ज्यादा घायल
- 20 नवंबर, 2016 इंदौर-पटना एक्सप्रेस 150 यात्रियों की मौत 150 से ज्यादा घायल
- 21 जनवरी 2017 हीराखंड एक्सप्रेस 41 यात्रियों की मौत 68 से ज्यादा घायल
- 18 अगस्त 2017 पुरी-हरिद्वार उत्कल एक्सप्रेस 23 यात्रियों की मौत 60 घायल
- 23 अगस्त 2017 कैफियत एक्सप्रेस 70 यात्री घायल
- 2 जून 2023 बालासोर रेल हादसा 296 यात्रियों की मौत 900 से ज्यादा घायल
- 17.जून, 2024 कंचनजंगा एक्सप्रेस 15 लोगों की मौत 60 से ज्यादा घायल
- 18 जुलाई 2024 डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस 4 लोगों की मौत, कई घायल
डॉ अजय ने बताया कि लोको पायलट और ट्रेन प्रबंधक के पास वॉकी टॉकी जैसे महत्वपूर्ण सुरक्षा उपकरण उपलब्ध नहीं हैं. सरकार ने ऑटोमेटिक ट्रेन सुरक्षा प्रणाली कवच लगाने की बात कही थी लेकिन वो आज तक नहीं लगा है. जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि वर्ष 2021 में आई कैग की रिपोर्ट में बताया गया है कि
डॉ. अजय कुमार ने कहा है कि रेल दुर्घटनाओं को रोकने के लिए कवच एंटी-कोलिजन सिस्टम को पूरे भारत में सभी मार्गों पर शीघ्रता से स्थापित किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा है कि मुंबई-अहमदाबाद स्पेशल बुलेट ट्रेन के लिए 1,08,000 करोड़ खर्च करने की बात कही गई है, जबकि सभी ट्रेन में सुरक्षा कवच की लागत सिर्फ 63,000 करोड़ रूपये है तो फिर मोदी सरकार इसमें देरी क्यों कर रही है.