दुर्ग : छत्तीसगढ़ में धान खरीदी को लेकर कांग्रेस ने बीजेपी सरकार पर अनियमितता का आरोप लगाया है. कांग्रेस का कहना है कि बीजेपी सरकार किसानों के साथ किए गए वादे नहीं निभा रही है. किसानों के साथ सरकार छल कर रही है. इसी कड़ी में प्रदेश के पूर्व गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू मंगलवार को ग्राम कोलियापुरी के धान खरीदी केंद्र का निरीक्षण करने पहुंचे. इस दौरान पूर्व गृहमंत्री ने किसानों के साथ बातचीत की.
धान खरीदी को लेकर भाजपा को घेरा : छत्तीसगढ़ के पूर्व गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू और दुर्ग शहर के पूर्व विधायक अरुण वोरा आज कोलियापुरी के धान खरीदी केंद्र निरीक्षण करने पहुंचे. इस दौरान कांग्रेस नेताओं ने धान खरीदी को लेकर भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाए. कांग्रेस का कहना है कि किसानों को जबरदस्त नुकसान हो रहा है. वर्तमान भाजपा की सरकार कांग्रेस ने जो किया, उसके ठीक विपरित आचरण कर रही है.
धान खरीदी को लेकर कांग्रेस के गंभीर आरोप (ETV Bharat)
3100 रुपए में धान खरीदने की बात कही गई थी, हम लोगों ने जानकारी लिया तो बताया गया कि अभी मात्र 2300 रुपए का भुगतान किया जा रहा है. जो एमएसपी रेट बढ़ा है उसका और बोनस का किसी भी तरह का भुगतान नहीं किया गया है. 800 क्विंटल धान खरीदी करना एक दिन में करना है, तो केवल 600 से 700 क्विंटल ही खरीद रहे हैं. वाकी 100 से 200 क्विंटल को कब खरीदेंगे, इसकी भी जानकारी नहीं दे रहे हैं. यह पूर्णत: किसानों के साथ धोखा है : ताम्रध्वज साहू, पूर्व गृहमंत्री, छत्तीसगढ़
21 क्विंटल धान खरीदी पर धोखा देने के आरोप : पूर्व गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने आरोप लगाया कि जो बारदाना दिया गया है, उसको कांटा तौल कर देखा गया तो 40 किलो धान लेना है, लेकिन 41 साढ़े 41 किलो धान कांटे में दिखाई दिया. अनावली गिरदावली के जरिए उनका रिपोर्ट कम करा दिए हैं. कहीं 17 क्विंटल तो कहीं 16 क्विंटल, उस हिसाब से धान खरीदने की बात कर रहे हैं. प्रति एकड़ 21 क्विंटल की बात नहीं कर रहे हैं.
कांग्रेस सरकार में जो खुशहाली किसानों के चेहरे पर थी, वो बीजेपी के शासन काल में खत्म हो गई है. भाजपा की सरकार अपने वादों पर खरी नहीं उतर रही है. किसानों के साथ जबरदस्त धोखाधड़ी की जा रही है. किसानों को बहुत ज्यादा नुकसान उठाना करना पड़ रहा है : : ताम्रध्वज साहू, पूर्व गृहमंत्री, छत्तीसगढ़
ऑनलाइन टोकन को लेकर साधा निशाना : वरिष्ठ कांग्रेस नेता ताम्रध्वज साहू ने आगे कहा कि धान खरीदी केंद्र में कई प्रकार की कठिनाइयां हैं. टोकन ऑनलाइन कर दिए गए, उसमें भी 1 माह बाद की डेट मिल रही है. ऑफलाइन टोकन में भी समस्या हो रही है. सूखत काटने का नहीं है, लेकिन किसानों से सुखत लिया जा रहा है. इनके इलेक्ट्रॉनिक कांटा में भी किसानों को संदेह है. ये कांटा सही नहीं है. धान मिसाई, लुआई किसान 15 से 20 दिन पहले कर चुका है. धान लाने की रखने की समस्या है. इस तरह बहुत सारी तकलीफों का सामना किसनों को करना पड़ रहा है.