जयपुर. राजस्थान में भीषण गर्मी का दौर जारी है. लगातार बढ़ता पारा और गर्म हवा के थपेड़े लोगों को झुलसा रहे हैं. इस बीच प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 90 के दशक में पड़ी भीषण गर्मी को याद करते हुए प्रदेश की भजनलाल सरकार से जरूरी कदम उठाने की मांग की है.
अशोक गहलोत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर रविवार को एक पोस्ट में लिखा, मुझे ऐसा याद है कि 1990 के दशक में भी एक बार इसी तरह राजस्थान में कुछ जगह तापमान 50 डिग्री सेल्सियस के पार गया था, तब भी हीट स्ट्रोक के कारण लोग हताहत हुए थे. अस्पतालों में हीट स्ट्रोक के इलाज के लिए बर्फ की सिल्लियां लाई गईं और हीट स्ट्रोक के वार्ड्स का तापमान कम कर इलाज किया गया था.
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आमजन से की यह अपील :इस पोस्ट में उन्होंने आमजन से गर्मी और हीट स्ट्रोक से बचने की अपील की है. उन्होंने कहा कि राजस्थान में हीट स्ट्रोक से अभी तक 12 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है. आमजन से निवेदन है कि बेहद आवश्यक होने पर ही घर से बाहर निकलें. ज्यादा से ज्यादा पानी पीएं. घर के बाहर पक्षियों एवं पशुओं के पीने के लिए भी पानी रखने का प्रयास करें.
पूरा इंतजाम रखे सरकार :अशोक गहलोत ने प्रदेश की भाजपा सरकार से मांग की है कि भीषण गर्मी और इससे होने वाली समस्याओं से निपटने के लिए जरूरी इंतजाम किए जाएं. उन्होंने कहा कि सरकार भी गर्मी से होने वाली परेशानियों से निपटने का पूरा इंतजाम रखे. उल्लेखनीय है कि इस बार भीषण गर्मी और लू के थपेड़ों से जनजीवन प्रभावित हुआ है. तेज गर्मी से कई लोग हताहत भी हुए हैं.
समृद्ध वर्ग से की यह अपील :अशोक गहलोत ने X पर अपनी इस पोस्ट के जरिए रोजगार मुहैया करवाने वाले समृद्ध वर्ग से भी खास अपील की है. उन्होंने कहा कि मजदूर एवं निम्न आय वर्ग के लोगों को रोजगार उपलब्ध करवाने वाले समृद्ध वर्ग से निवेदन है कि इस गर्मी में सहानुभूतिपूर्वक विचार कर सुबह और शाम में ही काम करवाएं, जिससे इनका जीवन और आजीविका दोनों चल सकें.
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