लोहरदगा:जिले के जंगलों पर वन माफियाओं की बुरी नजर है. जंगलों की हरियाली को वन माफिया द्वारा लगातार नष्ट किया जा रहा है. लकड़ियों के लिए पेड़ काटे जा रहे हैं. जंगल अंदर से खोखले होते जा रहे हैं. हरियाली बचाने को लेकर वन विभाग का सुस्त रवैया वन माफियाओं को बढ़ावा दे रहा है. हालांकि वन विभाग ने कार्रवाई भी की है. बावजूद इसके वन माफिया वन विभाग से दो कदम आगे हैं, जिसका खामियाजा प्रकृति को उठाना पड़ रहा है.
अंदर से खोखले होते जा रहे जंगल
लोहरदगा के पेशरार प्रखंड के ऊपर तुरियाडीह, चपाल, केकरांग, जवाखाड़ आदि क्षेत्र में जंगल अंदर से खोखले होते जा रहे हैं. जंगल माफिया थोड़े से पैसों के लिए हरे-हरे पेड़ों की बलि दे रहे हैं. स्थानीय ग्रामीण को लालच देकर वन माफिया अपना काम निकालते हैं. हालत ऐसी है कि जंगल बाहर से तो हरे-भरे नजर आते हैं, लेकिन जंगल में थोड़ा अंदर जाते ही, हर तरफ कटे हुए पेड़ नजर आते हैं. मौजूदा हालात ऐसी है कि जंगल वन माफियाओं के आसान निशाने पर हैं.